scriptProblem: शराब की टूटी बोतलों के बीच भविष्य संवारने की मजबूरी | Problem: helplessness between broken bottles of alcohol | Patrika News

Problem: शराब की टूटी बोतलों के बीच भविष्य संवारने की मजबूरी

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 18, 2020 12:05:38 pm

Submitted by:

prabha shankar

Problem: पुलिस नहीं दे रही ध्यान, शाम ढलते ही शुक्ला ग्राउंड पर सज जाती है शराबियों की महफिल

Problem: helplessness between broken bottles of alcohol

Problem: helplessness between broken bottles of alcohol

छिंदवाड़ा/ इंदिरा गांधी क्रिकेट मैदान (शुक्ला ग्राउंड) का एक छोर शराबियों का अड्डा बन चुका है। यहां हर दिन शाम ढलते ही शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। देर रात तक यहां शराबियों का आना-जाना रहता है। हैरानी की बात यह है कि शराब पीने के बाद लोग बोतल भी ग्राउंड पर तोडकऱ चले जाते हैं। ऐसे में सुबह जब नन्हे क्रिकेटर अभ्यास करने आते हैं तो उन्हें चोटिल होने का भय सताता है।
खिलाडिय़ों का कहना है कि हर दिन हमलोग टूटी बोतलों को समेट कर अलग रखते हैं। आखिर ऐसा कब तक चलेगा। इस पर पुलिस को ध्यान देना चाहिए। गौरतलब है कि जिस छोर पर शराबियों का डेरा रहता है वहां क्रिकेटरों के अभ्यास के लिए नेट लगाया गया है। सुबह और शाम यहां छोटे बच्चों से लेकर बड़े तक क्रिकेट की प्रैक्टिस करते हैं। ऐसे में जमीन पर पड़ी शराब की टूटी बोतलें क्रिकेटरों को परेशान करती हैं। आए दिन बच्चे यहां चोटिल भी हो रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस ध्यान नहीं दे रही है।

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