इस वर्ष की स्थिति
60219 किसानों ने कराया था पंजीयन
5915 किसान आए समितियों में गेहूं बेचने
01 लाख 20 हजार मीट्रिक टन था लक्ष्य
33957 मीट्रिक टन हुआ इस साल उपार्जन
ऐसे भी केंद्र जहां एक से तीन किसान ही पहुंचे
जिले में सहकारी समितियों के 115 केंद्र खरीदी के लिए बनाए गए थे। इनमें से नौ केंद्र ऐसे रहे जहां कहीं एक तो कहीं दो और कहीं तीन किसान ही गेहूं बेचने पहुंचे। गोपालपुर में दो केंद्र बनाए गए थे। दोनों में एक-एक किसान दो महीने में पहुंचा। एक में 15 क्विंटल तो एक में सिर्फ 10 क्विंटल गेहूं आया। इसके अलावा समसवाड़ा और हिवरखेड़ी में भी एक-एक किसान ही गेहूं बचने पहुंचा। सांवरी, सारना और चन्हियालकलां के साथ समरवाड़ा क्रमांक एक में दो-दो किसान ही पहुंचे। छुई के केंद्र में 472 क्विंटल गेहूं आया वो भी सिर्फ तीन किसानों ने सरकार को बेचा।