मनरेगा के काम से गांवों में लौटी खुशहाली
छिंदवाड़ाPublished: May 30, 2020 05:54:58 pm
जिले में सात हजार से ज्यादा काम खुले: मजदूरों के खाते में सीधे 32 करोड़ का भुगतान
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छिंदवाड़ा/ कोरोना संक्रमणकाल में ग्रामीण मजदूरों के लिए मनरेगा संकटमोचक बन गई है। जिले में सात हजार से ज्यादा काम खुलने से अभी तक मजदूरों के खाते में सीधे 32 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान किया गया है। अब महानगरों से तेजी से लौट रहे मजदूरों की खोज में पंचायत सचिवों को लगाया गया है। उन्हें श्रमसिद्धि योजना के जरिए सीधे मनरेगा से जोड़ा जाएगा।
जिला पंचायत की मानें तो कोरोना के देशव्यापी लॉकडाउन में मनरेगा के काम की अनुमति मिलने के बाद छिंदवाड़ा जिले में गत एक माह में 40 करोड़ 65 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इनमें मजदूरी पर 32.35 करोड़ और सामग्री पर 8.30 करोड़ रुपए शामिल हैं। इस राशि से तीन हजार 681 कार्यों को पूर्ण भी किया गया है। जहां मजदूरों के रोजगार का सवाल है तो मनरेगा के अधीन 767 ग्रामों में सात हजार 745 कार्यों में एक लाख 26 हजार 972 मजदूरों को जोड़ा गया है। एक माह के दौरान जिले में एक लाख पांच हजार 441 श्रमिकों को 18.60 लाख मानव दिवस रोजगार प्रदान किया गया है।
जिले में लौटे करीब पांच हजार प्रवासी मजदूरों के जॉब कार्ड भी बनाए गए और उन्हें काम पर लगाया गया। अब इसे व्यापक गति देने के लिए श्रमसिद्धि अभियान के अंतर्गत घर-घर सर्वे किया जाएगा। इसमें हितग्राही मूलक और सामुदायिक कार्यों की जानकारी दी जाएगी।
जिला पंचायत सीइओ गजेन्द्र सिंह नागेश का कहना है कि मनरेगा में काम खुलने से श्रमिकों को जहां गांव में ही रोजगार उपलब्ध होगा व पलायन रुकेगा, वहीं नवीन परिसम्पत्तियों जैसे सडक़, कूप, तालाब, खेत तालाब, मेढ़ बंधान आदि का सृजन भी हो सकेगा। मनरेगा में भुगतान प्रक्रिया सतत चल रही है।