केस: एक महीने पहले किया था आवेदन
लोक सेवा केन्द्र छिंदवाड़ा शहर में रोहित जोशी की ओर से ऋण पुस्तिका लाने के लिए आवेदन किया गया था। तीन मार्च को जब सेवा केंद्र में लेने गए तो कर्मचारियों ने ऋण पुस्तिका न होने की बात कही। इसकी शिकायत भू-अभिलेख शाखा में की गई तो वहां भी एक महीने इंतजार करने के लिए कहा गया। ऐसा दूसरे लोगों के साथ भी हो रहा है।
ऋण पुस्तिका न होने से नहीं मिल रहा कर्ज
अधिवक्ता शक्ति सिंह का कहना है कि ऋण पुस्तिका अचल संपत्ति मकान, प्लॉट के स्वामित्व की पहचान प्रमाण के रूप में काम करती है। इसके चलते ही शासकीय योजनाओं का लाभ,जमीन की बिक्री और बैंकों से लोन निर्धारित होता है। ऋण पुस्तिका के अभाव में जरूरतमंद लोग भटकते रहते हैं।
कलेक्टर ने भोपाल प्रेस को लिखा पत्र
कलेक्ट्रेट भू-अभिलेख शाखा के अनुसार ऋण पुस्तिका में कमी को कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के ध्यान में लाया गया है। उनके नाम से डीइओ लेटर भोपाल सरकारी प्रेस समेत संंबंधित अधिक ारियों को लिखा गया है। इस पत्र में 35 हजार ऋण पुस्तिका की मांग की गई है। भू-अभिलेख कर्मचारियों का कहना है कि ये ऋण पुस्तिका अगले माह अप्रैल तक मिल सकती है क्योंकि भोपाल सरकारी प्रेस पर दूसरे काम का बोझ है। इसके चलते जरूरतमंदों को अभी इंतजार ही करना पड़ेगा।