छिंदवाड़ाPublished: Jul 04, 2019 11:15:15 am
prabha shankar
बहुप्रतीक्षित छिंदवाड़ा-करेली-देवरी-सागर रेल परियोजना पर मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने अपनी बात रखी
Satna – Looted passengers in train
छिंदवाड़ा/ अमरवाड़ा. बुधवार को भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में बहुप्रतीक्षित छिंदवाड़ा-करेली-देवरी-सागर रेल परियोजना पर मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने अपनी बात रखते हुए इस पर सरकार से त्वरित व कारगर कदम उठाने की मांग की। सांसद सोनी सदन में बताया कि 1970 से इस रेललाइन को लेकर मांग उठती रही है। वहीं कई आंदोलन भी हुए हैं। संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य हरिविष्णु कामथ ने भी इस मुद्दे को 1970 से लगातार सदन में उठाया था।
सागर से छिंदवाड़ा होते हुए नागपुर तक रेललाइन जुड़ जाती है तो यह विकास के नए सोपान तय करेगी। इसका सर्वे रेलवे बोर्ड मेंं सबमिट हो चुका है। इसके बनने से सागर-नागपुर के बीच की दूरी भी बहुत कम हो जाएगी जिससे इसकी लागत जल्द वसूल हो जाएगी। दक्षिण नागपुर तक अभी हमें रेल से जाने में 12 घंटे लगते हैं। करीब पांच हजार गांव इस रेल परियोजना से लाभान्वित होंगे।
गौरतलब है कि 5 जुलाई को पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली राजग सरकार की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट के साथ रेल बजट प्रस्तुत करेंगी। रेलवे बोर्ड के अनुसार यह रेल लाइन 279.37 किमी लम्बी है जिसकी लागत 4805 करोड़ रुपए प्रस्तावित है। इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने एवं राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जाएगी। यह मार्ग गोंडवाना, सतपुड़ा, बुंदेलखंड़ अचंल रेल सुविधाओं मेंं देश मेें सर्वाधिक पिछड़ा है। बुंदेलखंड की आबादी देश आबादी का पांच प्रतिशत है, लेकिन रेल लाइन देश की कुल लाइनों की एक प्रतिशत भी नहीं है। यह रेल मार्ग उत्तर भारत में राजधानी दिल्ली तथा कन्याकुमारी के बीच की दूरी को कम करेगा। वहीं इस परियोजना से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
इसके पहले राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी पिछले दिनों रेलमंत्री पीयूष गोयल से भी मिले थे जिसमें उन्होंने प्रस्तावित छिंदवाड़ा-करेली-देवरी-सागर रेल लाइन के लिए बजट आवंटन की मांग की थी।