scriptRailway: हावड़ा से छिंदवाड़ा खाली लौटी 18 बोगी की ट्रेन, नहीं हुई एक भी बुकिंग | Railway: 18 bogie train empty from Howrah to Chhindwara | Patrika News

Railway: हावड़ा से छिंदवाड़ा खाली लौटी 18 बोगी की ट्रेन, नहीं हुई एक भी बुकिंग

locationछिंदवाड़ाPublished: Dec 05, 2020 12:51:41 pm

Submitted by:

ashish mishra

पिछली बार भी महज 40-40 किलो के दो पार्सल आए थे।

Railway: हावड़ा से छिंदवाड़ा खाली लौटी 18 बोगी की ट्रेन, नहीं हुई एक भी बुकिंग

Railway: हावड़ा से छिंदवाड़ा खाली लौटी 18 बोगी की ट्रेन, नहीं हुई एक भी बुकिंग

छिंदवाड़ा. किसान रेल शुक्रवार शाम 4 बजे हावड़ा से छिंदवाड़ा लौट आई। 18 बोगी की ट्रेन में एक भी पार्सल छिंदवाड़ा के लिए बुक नहीं किया गया। बता दें कि पिछली बार भी हावड़ा से छिंदवाड़ा लौटी किसान रेल में महज 40-40 किलो के दो पार्सल आए थे। इस बार भी रेलवे को मायूसी ही हाथ लगी। ऐसे में किसान रेल के परिचालन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि रेलवे द्वारा भले ही कृषि उत्पादों की त्वरित ढुलाई सुगम करने एवं किसानों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किसान रेल का परिचालन किया जा रहा हो, लेकिन यह तब तक किसानों एवं व्यापारियों के लिए फायदेमंद नहीं होगी जब तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। गौरतलब है कि बीते 28 अक्टूबर को पहली बार छिंदवाड़ा से हावड़ा तक के लिए किसान स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी। पहली बार छिंदवाड़ा शहर एवं आसपास के क्षेत्रों से ट्रेन में 44 टन एवं सौंसर से 10 टे्रन पार्सल बुकिंग हुई थी। इसके पश्चात दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने बीते 2 दिसंबर को छिंदवाड़ा से हावड़ा के लिए किसान ट्रेन परिचालन का निर्णय लिया। हालांकि ट्रेन परिचालन को लेकर व्यापारियों एवं किसानों की मांग को अनसुना कर दिया गया। ऐसे में छिंदवाड़ा से महज एक किसान ने ही इस ट्रेन में 10 टन पार्सल(सब्जी) की बुकिंग इतवारी के लिए कराई। वहीं सौंसर में 43 टन पार्सल(संतरा फल) की बुकिंग हावड़ा के लिए की गई। किसान रेल दो दिसंबर की सुबह छिंदवाड़ा से रवाना हुई और तीन दिसंबर की दोपहर हावड़ा पहुंची। इसके पश्चात इसी दिन शाम को ट्रेन वापस रवाना हुई और चार दिसंबर की शाम छिंदवाड़ा पहुंची। हालांकि ट्रेन में एक भी पार्सल की बुकिंग न ही सौंसर के लिए और न ही छिंदवाड़ा के लिए की गई।

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