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Railway: सीआरएस ने केलोद-भिमालगोंदी रेलमार्ग पर हुए इलेक्ट्रिक कार्यों को किया सर्टिफाइड

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 18, 2020 11:35:10 am

Submitted by:

ashish mishra

कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) एके राय ने सर्टिफाइड कर दिया है।

Railway: सीआरएस ने केलोद-भिमालगोंदी रेलमार्ग पर हुए इलेक्ट्रिक कार्यों को किया सर्टिफाइड

Railway: सीआरएस ने केलोद-भिमालगोंदी रेलमार्ग पर हुए इलेक्ट्रिक कार्यों को किया सर्टिफाइड


छिंदवाड़ा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा-नागपुर रेल परियोजना में केलोद से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर किए गए विद्युतिकरण कार्यों को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) एके राय ने सर्टिफाइड कर दिया है। गौरतलब है कि बीते 13 दिसंबर 2019 को कमिश्नर ऑफ रेलवे ने केलोद से भिमालगोंदी तक कुल 44 किलोमीटर रेलमार्ग पर हुए इलेक्ट्रिफिकेशन कार्यों का निरीक्षण किया था। सुरक्षा के लिहाज से हर बिन्दु पर कार्यों की जांच की थी। इसके बाद बीते दिनों सीआरएस ने इस रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने की अनुमति दी। हालांकि अप्रूवल के बाद भी अगले तीन माह तक छिंदवाड़ा से नागपुर सीधे इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन का परिचालन नहीं हो पाएगा। इसकी वजह यह है कि अभी छिंदवाड़ा-नागपुर रेल परियोजना में घाट सेक्शन भंडारकुंड से भिमालगोंदी कुल 20 किमी रेलमार्ग पर विद्युतिकरण कार्य शुरु किया गया है जिसको पूरा होने में लगभग तीन से चार माह लगेंगे। वहीं दूसरी तरफ संभावना है कि फरवरी माह में सीआरएस के निरीक्षण एवं अप्रूवल के बाद भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन शुरु हो जाए।

इतवारी से भिमालगोंदी तक चल सकेगी ट्रेन
छिंदवाड़ा से नागपुर लगभग 149 किमी ब्राडगेज रेल परियोजना में गेज कन्वर्जन विभाग की तरह ही रेल विकास निगम द्वारा रेलवे विद्युतिकरण का कार्य चार खंड में किया जा रहा है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से भंडारकुंड(35 किमी)रेलमार्ग पर विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। हालांकि मार्च 2019 में दूसरा खंड इतवारी से केलोद(47 किमी) रेलमार्ग पर विद्युतिकरण कार्य पूरा हो जाने और सीआरएस के अप्रूवल के बाद भी विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन नहीं हो पा रहा था। इसके पीछे वजह यह थी कि रेलवे द्वारा इतवारी से पैसेंजर ट्रेन भिमालगोंदी तक चलाई जा रही थी। जबकि विद्युत कार्य इतवारी से केलोद तक ही पूरा हुआ था। हालांकि अब केलोद से भिमालगोंदी इलेक्ट्रिक कार्य अप्रूव हो जाने से इलेक्ट्रिक इंजन से इतवारी से भिमालगोंदी तक ट्रेनों का परिचालन हो सकेगा।
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