रेलवे के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड जब ट्रेन में ड्यूटी करने और फिर ड्यूटी खत्म होने के बाद वापस लौटते हैं तो उन्हें प्रक्रिया के तहत एक मशीन में टच स्क्रीन द्वारा जानकारी देनी होती है। ड्यूटी ऑन और ऑफ करते समय रेलवे कर्मचारी को इस काम में एक और भी प्रक्रिया से गुजरना होता है। जिससे यह सिद्ध हो सके कि रेलवे कर्मचारी द्वारा कोई अल्कोहल या अन्य मादक पदार्थ का सेवन नहीं किया है। यह प्रक्रिया रेल यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है।
कोरेाना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए रेलवे द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से ड्यूटी ऑन और ऑफ करने वाली प्रक्रिया मशीन को अब तक सेनेटाइज किया जा रहा था। कुछ रेलवे मंडल में इसे ऑपरेट करने के लिए एक कर्मचारी नियुक्त कर दिया गया था, लेकिन शराब सेवन या अन्य मादक पदार्थ की जांच(ब्रीथ एनालाइजर) से छूट नहीं दी गई थी।
अब ड्यूटी लगने पर रेलवे कर्मचारी को एक शपथ पत्र देना होगा कि वह ड्यूटी के दौरान कोई मादक पदार्थ का सेवन नहीं करेगा और न ही उसने किया है।
रेलवे के निर्देश आ चुके हैं। अब रेलवे कर्मचारी को ड्यूटी करने से पहले एक शपथ पत्र लिखकर देना होगा कि उसने न ही मादक पदार्थ का सेवन किया और न ही ड्यूटी के दौरान करेगा। पहले कर्मचारी को इसका टेस्ट देना होता था।