यह भी विकल्प
दपूमरे नागपुर मंडल के पास भिमालगोंदी या फिर भंडारकुंड में विद्युत इंजन बदलकर भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक डीजल इंजन से ट्रेन का परिचालन करने का भी विकल्प रहेगा। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रक्रिया से इंजन बदलने में काफी समय लगेगा।
एक खंड में विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन
छिंदवाड़ा से नागपुर लगभग 149 किमी ब्राडगेज रेल परियोजना में गेज कन्वर्जन विभाग की तरह ही रेल विकास निगम द्वारा रेलवे विद्युतिकरण का कार्य चार खंड में किया जा रहा है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से भंडारकुंड(35 किमी)रेलमार्ग पर विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। हालांकि मार्च 2019 में दूसरा खंड इतवारी से केलोद(47 किमी) रेलमार्ग पर विद्युतिकरण कार्य पूरा हो जाने और सीआरएस के अप्रूवल के बाद भी विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन नहीं हो पा रहा है। इसके पीछे वजह यह है कि रेलवे द्वारा इतवारी से पैसेंजर ट्रेन भिमालगोंदी तक चलाई जा रही है। जबकि विद्युत कार्य इतवारी से केलोद तक ही पूरा हुआ था। हालांकि अब 13 दिसंबर को सीआरएस के निरीक्षण और अप्रूवल के बाद रेलवे द्वारा इतवारी से भिमालगोंदी तक विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन किया जा सकेगा।