अधिकारियों के भी हो रहे दौरे
सीआरएस के संभावित तिथि को लेकर भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर गेज कन्वर्जन विभाग एवं रेलवे के अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी भी लगातार दौरा कर रहे हैं। जिससे रेलमार्ग पर अगर कोई कमी हो तो वह समय रहते दूर कर लिया जाए एवं सीआरएस को निरीक्षण के दौरान कोई खामी न मिले।
सीआरएस के संभावित तिथि को लेकर भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर गेज कन्वर्जन विभाग एवं रेलवे के अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी भी लगातार दौरा कर रहे हैं। जिससे रेलमार्ग पर अगर कोई कमी हो तो वह समय रहते दूर कर लिया जाए एवं सीआरएस को निरीक्षण के दौरान कोई खामी न मिले।
चार खंड में हुआ छिंदवाड़ा-नागपुर रेलमार्ग का कार्य
छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना में रेलमार्ग और विद्युत कार्य चार खंडों में किया गया है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से भंडारकुंड, दूसरा खंड इतवारी से केलोद, तीसरा खंड केलोद से भिमालगोंदी और चौथा खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी का है। तीन खंड में विद्युतिकरण एवं रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है और सीआरएस के अप्रूवल के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन भी किया जा रहा है। वहीं अंतिम खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी कुल 20 किमी रेलमार्ग घाट सेक्शन में है। इस सेक्शन में रेलमार्ग का कार्य भी पूरा हो चुका है। सीआरएस के निरीक्षण न होने से इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा रहा है।
छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना में रेलमार्ग और विद्युत कार्य चार खंडों में किया गया है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से भंडारकुंड, दूसरा खंड इतवारी से केलोद, तीसरा खंड केलोद से भिमालगोंदी और चौथा खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी का है। तीन खंड में विद्युतिकरण एवं रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है और सीआरएस के अप्रूवल के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन भी किया जा रहा है। वहीं अंतिम खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी कुल 20 किमी रेलमार्ग घाट सेक्शन में है। इस सेक्शन में रेलमार्ग का कार्य भी पूरा हो चुका है। सीआरएस के निरीक्षण न होने से इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा रहा है।