जुलाई माह में शुरु होगी पटरी लिंकिंग
ेगेज कन्वर्जन विभाग के अधिकारी के अनुसार छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच पहला खंड छिंदवाड़ा से चौरई(36 किमी) रेलमार्ग को पहले पूरा किया जाएगा। इस मार्ग पर पटरी बिछाने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। पटरी भी आ चुकी है। जुलाई माह में पटरी बिछाने और लिकिंग का कार्य शुरु किया जाएगा। कार्य पूरा होने में तीन से चार माह लगेंगे। दिसंबर में सीआरएस कराने का लक्ष्य रखा गया है। सीआरएस के अप्रूवल मिलने के बाद इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन शुरु हो जाएगा। इसके बाद दूसरा खंड नैनपुर से पलारी (36 किमी) रेलमार्ग कार्य को पूरा किया जाएगा।
ेगेज कन्वर्जन विभाग के अधिकारी के अनुसार छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच पहला खंड छिंदवाड़ा से चौरई(36 किमी) रेलमार्ग को पहले पूरा किया जाएगा। इस मार्ग पर पटरी बिछाने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। पटरी भी आ चुकी है। जुलाई माह में पटरी बिछाने और लिकिंग का कार्य शुरु किया जाएगा। कार्य पूरा होने में तीन से चार माह लगेंगे। दिसंबर में सीआरएस कराने का लक्ष्य रखा गया है। सीआरएस के अप्रूवल मिलने के बाद इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन शुरु हो जाएगा। इसके बाद दूसरा खंड नैनपुर से पलारी (36 किमी) रेलमार्ग कार्य को पूरा किया जाएगा।
जबलपुर से नैनपुर तक चल रही ट्रेन
जबलपुर से नैनपुर तक रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन भी किया जा रहा है। जबकि नैनपुर से छिंदवाड़ा तक गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा चार खंडों में कार्य किया जा रहा है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से चौरई(लगभग 35 किमी), दूसरा खंड पलारी से नैनपुर(लगभग 36 किमी), तीसरा खंड सिवनी से पलारी(लगभग 35 किमी), चौथा खंड चौरई से सिवनी (लगभग 30 किमी) तक है। चारों ही खंड में रेलमार्ग का कार्य गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया से अगल-अलग निर्माण एजेंसी द्वारा कराया जा रहा है। वर्ष 2019 में गेज कन्वर्जन विभाग ने छिंदवाड़ा से नैनपुर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2020 रखा था, लेकिन बजट रोड़ा बन गई। वर्तमान में भी कार्य धीमी गति से ही हो रहे हैं। ऐसे में दिसंबर 2021 से पहले छिंदवाड़ा से जबलपुर तक सीधे ट्रेन की सुविधा मिलना मुश्किल है।
जबलपुर से नैनपुर तक रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन भी किया जा रहा है। जबकि नैनपुर से छिंदवाड़ा तक गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा चार खंडों में कार्य किया जा रहा है। इसमें पहला खंड छिंदवाड़ा से चौरई(लगभग 35 किमी), दूसरा खंड पलारी से नैनपुर(लगभग 36 किमी), तीसरा खंड सिवनी से पलारी(लगभग 35 किमी), चौथा खंड चौरई से सिवनी (लगभग 30 किमी) तक है। चारों ही खंड में रेलमार्ग का कार्य गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया से अगल-अलग निर्माण एजेंसी द्वारा कराया जा रहा है। वर्ष 2019 में गेज कन्वर्जन विभाग ने छिंदवाड़ा से नैनपुर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2020 रखा था, लेकिन बजट रोड़ा बन गई। वर्तमान में भी कार्य धीमी गति से ही हो रहे हैं। ऐसे में दिसंबर 2021 से पहले छिंदवाड़ा से जबलपुर तक सीधे ट्रेन की सुविधा मिलना मुश्किल है।
इनका कहना है…
रेल परियोजना के लिए बजट प्रर्याप्त है। वर्तमान में बारिश और मजदूरों की कमी की वजह से कार्यों की रफ्तार धीमे हैं। छिंदवाड़ा से चौरई रेलमार्ग का कार्य दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।
मनीष लावनकर, डिप्टी सीई, रेल गेज कन्वर्जन विभाग