छिंदवाड़ाPublished: Apr 01, 2020 05:47:16 pm
prabha shankar
Rain: आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश: तेज हवा से खेतों में बिछ गईं फसलें, खेतों में कट रहे अनाज को भी पहुंचा नुकसान
पिछले साल की फसल क्षतिपूर्ति राशि अब तक अप्राप्त
छिंदवाड़ा/ कोरानो की दहशत में पहले से ही जी रहे लोगों को अब मौसम और बारिश का कहर भी झेलना पड़ा रहा है। मंगलवार को फिर जिले में तेज आंधी-तूफान ने सामान्य जनजीवन को तो अस्त-व्यस्त कर ही दिया, खेतों में खड़ी और कट रही फसलों को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। दोपहर को चटके मार रही धूप के बाद शाम को अचानक मौसम ने फिर धोखा दिया और आसमान में बादल छा गए। गरज-चमक के साथ शाम सवा पांच से पौने छह बजे तक तेज बारिश शहर में हुई। लॉकडाउन के दौरान जो गिनती के लोग सडक़ों पर या बाहर थे उन्हें छिपना पड़ा। वहीं शहर की तारा कॉलोनी समेत कुछ निचली बस्तियों के घरों में पानी भर गया।
गौरतलब है कि रविवार और सोमवार को भी जिले के कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ आेलावृष्टि हुई थी। पिछले एक पखवाड़े में जिले में मौसम के बिगड़े मिजाज ने लोगों को तो परेशान कर ही रखा है किसानों को और चिंता में डाल दिया है।
फसलें बिछीं, कटा अनाज भी खराब होने की स्थिति में
ध्या न रहे कि जिले में अब रबी की फसल की कटाई किसानों ने शुरू कर दी है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सब बंद है। किसान वैसे ही मजदूरों को लेकर परेशान हैं। किसी तरह प्रशासन ने अनाज काटने की अनुमति दी। कई किसान तो खुद अपने परिवार के साथ कटाई कर रहे हैं। मौसम बिगडऩे पर वे अनाज के पूले वैसे ही छोडक़र जा रहे हैं। इस अनाज के खराब होने की आशंका अब ज्यादा है। मंगलवार को जिला मुख्यालय के आसपास स्थित गांवों में अचानक आए पानी के कारण कई किसानों को कटाई छोडक़र भागना पड़ा। मशीनों से कट रहे अनाज को बचाने के लिए भी किसानों को मशक्कत करनी पड़ी। कई किसानों का अनाज गीला हो गया। किसानों को समझ नहीं आ रहा कि क्या करें। सुबह धूप निकल रही है। किसान काम के लिए तैयारी कर रहा होता है कि अचानक मौसम बेईमानी पर उतर आता है।