शेड में ही अनाज डालने और खरीदने को कहा
मंडी प्रबंधन ने किसानों को शेड में ही अनाज डालने को कहा है। मंडी में नया बना पांच नम्बर का शेड गेहूं के लिए ही आरक्षित किया गया है। मंडी सचिव केएल कुलमी ने कहा कि किसानों को हम सलाह दे रहे हैं कि वे शेड में ही अपना अनाज रखें। सचिव केएल कुलमी ने बताया कि शेड में खरीदी होगी तो व्यापारियों का अनाज भी सुरक्षित रहेगा। बारिश जैसी स्थिति के लिए मंडी से किसानों के लिए तिरपाल आदि देने की व्यवस्था भी की गई है। वे चाहें तो तिरपाल भी ले सकते हैं।
मंडी प्रबंधन ने किसानों को शेड में ही अनाज डालने को कहा है। मंडी में नया बना पांच नम्बर का शेड गेहूं के लिए ही आरक्षित किया गया है। मंडी सचिव केएल कुलमी ने कहा कि किसानों को हम सलाह दे रहे हैं कि वे शेड में ही अपना अनाज रखें। सचिव केएल कुलमी ने बताया कि शेड में खरीदी होगी तो व्यापारियों का अनाज भी सुरक्षित रहेगा। बारिश जैसी स्थिति के लिए मंडी से किसानों के लिए तिरपाल आदि देने की व्यवस्था भी की गई है। वे चाहें तो तिरपाल भी ले सकते हैं।
सब्जियां भी
ठंडा गरम मौसम के कारण सब्जियों की फसलें भी प्रभावित हो रहीं हैं। बेलवाली फसलों के साथ, भिंडी और बैगन मौसम का परिवर्तन सहन नहीं करते हैं और उनमें कीट प्रकोप या अन्य बीमारियां लग जाती हैं। गर्मी में इन दिनों सब्जियों के दाम वैसे ही आसमान छू रहे हैं। ऐसे में मौसम का बदलाव दामों को और उछाल सकता है। बुधवार को सब्जी मंडी में आवक कम रही। सब्जियों के साथ मिर्च, हरा धनिया और नीम्बू के भाव चढ़ रहे हैं। थोक सब्जी विक्रेता राजेश साहू ने बताया कि गर्मियों में सब्जियां वैसे ही जल्द सूख जाती हैं। पत्तेदार और हरी सब्जियों के साथ ज्यादा दिक्कत है। बैगन, भिंडी, गिलकी, तुरई, फर्रास, लौकी, करेला, शिमला मिर्च के दाम किलो में 30 से लेकर 60 रुपए तक हैं। हरी मिर्च और धनिया के दाम तो और बढ़ेंगे।
ठंडा गरम मौसम के कारण सब्जियों की फसलें भी प्रभावित हो रहीं हैं। बेलवाली फसलों के साथ, भिंडी और बैगन मौसम का परिवर्तन सहन नहीं करते हैं और उनमें कीट प्रकोप या अन्य बीमारियां लग जाती हैं। गर्मी में इन दिनों सब्जियों के दाम वैसे ही आसमान छू रहे हैं। ऐसे में मौसम का बदलाव दामों को और उछाल सकता है। बुधवार को सब्जी मंडी में आवक कम रही। सब्जियों के साथ मिर्च, हरा धनिया और नीम्बू के भाव चढ़ रहे हैं। थोक सब्जी विक्रेता राजेश साहू ने बताया कि गर्मियों में सब्जियां वैसे ही जल्द सूख जाती हैं। पत्तेदार और हरी सब्जियों के साथ ज्यादा दिक्कत है। बैगन, भिंडी, गिलकी, तुरई, फर्रास, लौकी, करेला, शिमला मिर्च के दाम किलो में 30 से लेकर 60 रुपए तक हैं। हरी मिर्च और धनिया के दाम तो और बढ़ेंगे।