रेलवे स्टेशन से चौपाल सागर तक ट्रकों की कतार लगने के पीछे की सबसे बड़ी पहली वजह शहर में ट्रांसपोर्ट नगर का नहीं होना है। दूसरा सबसे बड़ा कारण है रेलवे स्टेशन के सामने से गोलगंज में प्रवेश करना और तीसरा सबसे बड़ा कारण है इसी हिस्से में सबसे अधिक गोदाम है। ट्रक के चालक डीजल बचाने के लिए अन्य स्थान पर ट्रक खड़ा करने से कतराते हैं साथ ही वाहन चालक भी इसी क्षेत्र में सबसे अधिक रहते हैं। इन्हीं कारणों के चलते रेलवे स्टेशन से लेकर चौपाल सागर तक ट्रकों की कतार लगी रहती है। दिन ही नहीं रात में भी यही स्थिति इस मार्ग पर बनी रहती है जिसके कारण दुर्घटनाएं होना आम बात हो चुकी है। इसके बाद भी प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं देना और ट्रक मालिकों के द्वारा इस तरह की बरती जाने वाली लापरवाही को गम्भीरतापूर्वक नहीं लेना इस बात को साफ जाहिर करती है कि जिम्मेदार बेपरवाह है इसलिए आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है और ट्रक यथावत सड़क पर कब्जा जमाए खड़े हैं।
कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र में हुई सबसे अधिक दुर्घटनाएं
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2021 में सबसे अधिक दुर्घटनाएं जिले के पांच थाना क्षेत्रों में हुई है इनमें कुण्डीपुरा थाना का क्षेत्र भी शामिल है। बीते वर्ष कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र में 97 दुर्घटनाएं हुई थी जिसमें 30 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इनमें अधिकांश दुर्घटनाएं सड़क पर खड़े वाहनों की वजह से होना भी सामने आया है। पुलिस अपने स्तर पर कई बार पत्राचार से लेकर कार्रवाई तक कर चुकी है कि सिवनी रोड पर खड़े होने वाले ट्रकों के लिए एक स्थान निर्धारित कर वहां पर्याप्त सुविधाएं दी जाए ताकि ट्रकों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं पर विराम लग सके, लेकिन आज तक इस ओर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया है।