इनका कहन ा है
तिलहन के दाम बड़े स्टॉकिस्ट एवं विदेशों में पैदावार कम होने से बढ़े हैं। प्रत्येक व्यापारी की स्टॉक की एक क्षमता होती है, वह एक सीमा तक बढऩे के बाद अपनी उपज बेच देता है, लेकिन देश के बड़े-बड़े स्टॉकिस्टों की कोई सीमा नहीं है। सोयाबीन के रेट बढऩे के कारण सप्लाई के अपेक्षा मांग अधिक होना है।
-प्रतीक शुक्ला, अध्यक्ष, छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ