स्कूलों में नहीं लग रही है रिमेडियल क्लासेस
छिंदवाड़ाPublished: Feb 27, 2020 05:37:46 pm
आदिवासी अंचल में बच्चे कम दिन स्कूल आते हैं
स्कूलों में नहीं लग रही है रिमेडियल क्लासेस
अम्बामाली. मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम प्रधानघोगरी हाईस्कूल, प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला एक शाला एक परिसर होने के कारण स्कूल प्रभारी प्रचार के द्वारा स्कूल में रिमेडियल क्लास के नियमानुसार लगनी थी परंतु स्कूल में रिमेडियल क्लास नहीं लगाई जा रही है।
ग्राम पंचायत उपसरपंच बसंत यशवंत बेलवंशी का कहना है कि शासन प्रशासन द्वारा बच्चों की पढ़ाई के लिए एक्स्ट्रा रिमेडियल क्लास लगाई जा रही है परंतु प्रधानघोगरी में ममिडिल शाला नहीं लगाई जा रही है जिससे बच्चे की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वहीं उच्च अधिकारियों का इस ओर ध्यान न होने के कारण स्कूल प्रभारी प्रचार एवं शिक्षकों के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है।
स्कूल प्रभारी प्रचार्य का कहना है कि हमने प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला के शिक्षकों को एक्स्ट्रा रिमेडियल क्लास लगाने को कहा है सभी स्कूल आ भी रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि आदिवासी अंचल में बच्चे कम दिन स्कूल आते हैं और मानसिक रूप से कमजोर होते हैं इसीलिए अनिवार्य रूप से रिमेडियल क्लास लगाई जानी चाहिए।
बताया जाता हे कि मोहखेड विकासखंड के ग्रामीण अंचल में शासन के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है। दर्जनों स्कूलों में रिमेडियल क्लासेस नहीं लग रही है जिससे गांवों के बच्चों का शिक्षा का स्तर गिर रहा है। वहीं अंचल में शिक्षकों की मनमानी के चलते शिक्षा स्तर बहुत गिर चुका है।
ग्राम प्रधानघोगरी के हाईस्कूल एवं माध्यमिक शाला में रिमेडियल क्लास शासन के नियमानुसान नहीं लग रही है वहीं रविवार एवं स्कूल के दिनों में भी एक्स्ट्रा क्लास नहीं लग रही । ग्रामीण बच्चों के शिक्षा का स्तर काफी कम है। ऐसे में परीक्षा के दिनों एक्सट्रा क्लास लगना चाहिए।
यशवंत बसंत बेलवंशी उपसरपंच, ग्राम पंचायत प्रधान घोघरी,