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धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर डॉ. अंबेडकर का स्मरण

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 16, 2021 05:38:16 pm

Submitted by:

Rahul sharma

सौंसर नगर में धूमधाम से धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया। भारतीय बौद्ध महासभा,डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर नवयुवक मंडल, रमाबाई आम्बेडकर महिला मंडल के तत्वावधान में वार्ड 11 स्थित बुद्ध विहार और डॉ. अंबेडकर के प्रतिमा समक्ष अनुयायियों ने त्रिशरण पंचशील बुद्ध वंदना ली। बुद्ध विहार में सामूहिक बुद्ध वंदना, धम्मदेशना और रैली निकालकर डॉ .अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।

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Remembering Dr. Ambedkar on Dhammachakra Enforcement Day

छिन्दवाड़ा/ सौंसर. नगर में धूमधाम से धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया। भारतीय बौद्ध महासभा,डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर नवयुवक मंडल, रमाबाई आम्बेडकर महिला मंडल के तत्वावधान में वार्ड 11 स्थित बुद्ध विहार और डॉ. अंबेडकर के प्रतिमा समक्ष अनुयायियों ने त्रिशरण पंचशील बुद्ध वंदना ली। बुद्ध विहार में सामूहिक बुद्ध वंदना, धम्मदेशना और रैली निकालकर डॉ .अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम में विधायक विजय चौरे, पार्षद संजय हंनवते,जिला कांग्रेस महामंत्री अनिल ठाकरे,बाबारावजी चारे, मुरलीधर कामले, दिलीप बागडे, केशव सहारे, बौद्ध महासभा अध्यक्ष मुकेश बागडे,डॉ अशोक भगत,दिलीप बागड़े,विजय शेंडे, अंबेडकर नवयुवक मंडल अध्यक्ष राजेंद्र गजभिए मौजूद थे। इस मौके पर विधायक विजय चौरे ने कहा कि तथागत भगवान गौतम बुद्ध का धम्म मानव कल्याण का धर्म है। संविधान निर्माता डॉ.अंबेडकर ने हमें जो अधिकार दिए हैं। उसी की वजह से मैं विधायक बन पाया हूं । बौद्ध महासभा के अध्यक्ष मुकेश बागडे ने कहा कि 14 अक्टूबर 1956 को संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब अंबेडकरने नागपुर में 5 लाख से अधिक लोगों के साथ बौद्ध धम्म की दीक्षा ग्रहण की थी। इसीलिए यह पर्व धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध विहार में पूरे दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। बड़ी संख्या में लोगों ने सामूहिक बुद्ध वंदना की।
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