बताया जाता है कि वर्ष 2009-10 में स्वीकृत किए करीब 80 लाख के छह निर्माण कार्य अभी भी अपूर्ण हैं, जबकि इनकी निर्धारित अवधि समाप्त हो चुकी है। इसके साथ ही वर्ष 2011-12 में करीब 140 लाख रुपए के कार्य भी अधूरे हैं। उक्त निर्माण कार्यों में बरती गई लापरवाही के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान छिंदवाड़ा तो जिम्मेदार है ही, इसके साथ ही निर्माण एजेंसी शाला प्रबंधन व विकास समिति, हाउसिंग बोर्ड, पंचायत तथा पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भी लापरवाही बरती गई है।
उल्लेखनीय है कि निर्धारित अवधि में ठेकेदार द्वारा कार्य पूरा न किए जाने पर विभाग अर्धदंड लगाता है। लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। इस संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी भी आरएमएसए विभाग प्रभारी को दोषी बताते हैं तथा उनकी प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने पर मूल पदस्थापना में भेजने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं उक्त अवधि में किए गए निर्माण कार्यों की जांच कराने व उच्चाधिकारियों को पत्राचार करने की बात कही है।
संस्था का नाम स्वीकृत वर्ष निर्माण एजेंसी राशि( लाख में) वर्तमान स्थिति
शासकीय संजय गांधी उमावि तिगांव, पांढुर्ना 2009-10 एसएमडीसी 10.76 छत पूर्ण स्तर
शासकीय उमावि बैरागढ़, सौंसर 2009-10 एसएमडीसी 18.49 फिनिशिंग स्तर
शासकीय उमावि अम्बाड़ा, परासिया 2009-10 एमपीएचबी 10.10 कार्य बंद
शासकीय उमावि मैनीखापा, मोहखेड़ 2009-10 एसएमडीसी 4.60 फिनिशिंग स्तर
शास. संजय गांधी उमावि तिगांव, पांढुर्ना 2009-10 एसएमडीसी 18.49 फिनिशिंग स्तर
शासकीय उमावि चावलपानी, तामिया 2009-10 एसएमडीसी 14.73 फिनिशिंग स्तर
शासकीय हाईस्कूल भुताई, मोहखेड़ 2010-11 पंचायत 20.33 फिनिशिंग स्तर
शासकीय हाईस्कूल मरकावाड़ा, अमरवाड़ा 2011-12 पीडब्ल्यूडी 24.23 फिनिशिंग स्तर
शासकीय हाईस्कूल गुमतरा, बिछुआ 2011-12 पीडब्ल्यूडी 19.6 फिनिशिंग स्तर
शासकीय हाईस्कूल लावाघोघरी, मोहखेड़ 2011-12 पीडब्ल्यूडी 19.10 फिनीशिंग स्तर
शासकीय उमावि लेंडोरी, पांढुर्ना 2011-12 पीडब्ल्यूडी 30.36 फिनिशिंग स्तर
शासकीय हाईस्कूल रझाड़ीपिपला, सौंसर 2011-12 पीडब्ल्यूडी 19.10 फिनिशिंग स्तर