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Electricity company: 50 की उम्र पार कर चुके प्रत्येक लाइनमैन पर 2200 कनेक्शन की जिम्मेदारी

locationछिंदवाड़ाPublished: Jun 30, 2022 10:32:33 am

Submitted by:

prabha shankar

संसाधनों की कमी से व्यवस्था प्रभावित, मानसून में बढ़ जाती हैं बिजली सम्बंधी शिकायतें, कनेक्शन बढ़ गए, लेकिन कर्मचारी व उपकरण पहले जैसे ही

150 feeders will be strengthened to reduce power loading in the city and increase the power capacity of pump lines

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प्रभाशंकर गिरी
छिंदवाड़ा। बिजली वितरण कम्पनी का काम सीमित संसाधनों के बीच चल रहा है। प्रशिक्षित कर्मचारी, वाहन और उपकरणों की कमी है। ज्यादातर लाइनमैन नौसिखिया हैं, जो अनुभवी हैं, वे उम्रदराज हो चले हैं। शहर सम्भाग की स्थिति देखें, तो हर एक लाइनमैन पर करीब 2200 बिजली कनेक्शन की जिम्मेदारी है।
दरअसल, बिजली कम्पनी में संसाधनों का अभाव हमेशा ही बना रहता है, लेकिन बारिश के दिनों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए इनकी कमी ज्यादा महसूस होती है। वजह, मानसून आते ही बिजली सम्बंधी शिकायतें दोगुनी हो जाती हैं। बिजली कम्पनी के पास न तो पर्याप्त संख्या में लाइनमैन हैं, न ही वे उपकरण, जिनकी मदद से सुधार किया जाता है। जब लगातार शिकायत के बाद भी समाधान नहीं होता, तो परेशान उपभोक्ता को कार्यालय पहुंचना पड़ता है।

80 फीसद स्टाफ आउटसोर्स, वह भी बिना संसाधन के:
बिजली कम्पनी में जितने कर्मचारियों की जरूरत है, उससे आधे कर्मचारियों से ही काम चलाया जा रहा है। इसमें भी 20 फीसदी स्टाफ नियमित है, शेष 80 फीसद को आउटसोर्स पर रखा गया है। लाइनमैनों को काम करने के लिए सेफ्टी बेल्ट, दस्ताने और रस्से की जरूरत पड़ती है, लेकिन उपकेंद्रो में पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ता है। कई बार स्टाफ बिना सेफ्टी बेल्ट के पोल पर चढकऱ काम करते दिखाई दे जाते हैं।


नौ वर्ष पूर्व की व्यवस्था
कनिष्ठ यंत्री जितेंद्र कड़वे ने बताया कि वर्तमान में बिजली कम्पनी के पास जितने कर्मचारी और संसाधन हैं, वे वर्ष 2013 में दर्ज कनेक्शन के आधार पर हैं। इन नौ वर्षों में कनेक्शन की संख्या काफी बढ़ गई, लेकिन कर्मचारी और अन्य संसाधनों में कोई वृद्धि नहीं हो पाई। इसका खमियाजा हमें मानसून के दौरान अपेक्षाकृत ज्यादा उठाना पड़ता है। फाल्ट तलाशने और उसे सुधारने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यानी सुधार के लिए आम दिनों की अपेक्षा दो से तीन गुना समय ज्यादा लगता है।

बारिश के दौरान दोगुनी शिकायतें
शहर सम्भाग में औसतन 25 शिकायतें प्रतिदिन बिजली से सम्बंधित मिलती हैं। जिलेभर में यह संख्या 100 से ज्यादा होती है। बारिश के मौसम में यह दोगुनी हो जाती है। तब लाइनमैन के हाथों में ही कमान होती है। बिजली कम्पनी इसके लिए भी आउटसोर्स कर्मचारियों पर ही निर्भर है। इनमें से ज्यादातर तो नौसिखिया हैं, जो प्रशिक्षित और नियमित हैं, वे सभी 50 की उम्र के पार हैं। उनके लिए पोल और पेड़ों पर चढ़ कर मेंटेनेंस कर पाना सम्भव ही नहीं है।

इनका कहना है
बिजली कम्पनी के पास उपकरण पर्याप्त हैं, लेकिन मैनपावर काफी कम है। ज्यादातर सीनियर लाइनमैन रिटायर हो चुके हैं। संविदा और आउटसोर्स के कर्मचारियों की मदद से काम करवाया जा रहा है।
-खुशियाल शिववंशी, कार्यपालन अभियंता, शहर सम्भाग

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