बालाघाट की तरह घटिया चावल बंटने की आशंका
बालाघाट और सिवनी में हाल ही में घटिया चावल सप्लाई होने और ईडब्ल्यू टीम के छापे की खबर सामने आई थी। यह यह बताना जरूरी है कि छिंदवाड़ा जिला चावल उत्पादक नहीं है। जिले की राशन दुकानों में चावल सिवनी और मंडला जिले से नागरिक आपूर्ति निगम पहुंचाता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कहीं निमन क्वालिटी का चावल छिंदवाड़ा न पहुंच गया हो। जैसा चांदामेटा के उपभोक्ताओं ने बताया कि चावल और चना भी इसी तरह का है। फिलहाल इस मामले की जांच होने पर यहां भी घोटाला उजागर हो सकता है।
इधर…भोपाल की अधूरी तैयारी से पांचवीं बार टला पात्रता पर्ची का वितरण ड्ड
जिले के 24 हजार जरूरतमंद परिवारों को अनाज पात्रता पर्ची का वितरण पांचवी बार टाल दिया गया। इसका कारण एम राशन मित्र एप में राशन कार्ड धारकों की सूची को लेकर असमंजस बताया गया है। अब इसकी नई तिथि 16 सितंबर दी गई है। पिछले माह जुलाई में जिले में 715 राशन दुकानों में 3.50 लाख परिवारों के 16.50 लाख सदस्यों को आधार से जोडऩे की प्रक्रिया में केवल 2.20 लाख सदस्य रह गए थे। इस प्रक्रिया में राशन दुकानदारों के अलावा शहरी क्षेत्र में नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद के कर्मचारियों को आधार सीडिंग कार्य में लगाया गया और घर-घर सर्वेक्षण भी किया। फिर पहली बार 15 अगस्त को पात्रता पर्ची से वंचित परिवारों को पर्ची देने का कार्यक्रम तय किया गया। फिर एक सितंबर, तीन सितंबर, सात सितंबर और अब इसकी तारीख 16 सितंबर तक कर दिया गया। जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी का कहना पड़ा कि पात्रता पर्ची जनरेट करने की प्रक्रिया भ्रोपाल में पूरी न होने से यह स्थिति बनी है। फिलहाल 1 लाख 30 हजार 833 सदस्यों के नाम पोर्टल में जोड़ गए हैं वहीं नाम काटने वालों की संख्या 85 हजार है। इनमें से कुछ मृतक है और कुछ लोग स्थान छोडकऱ चले गए हैं।