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फर्जीवाड़ा: राशन में बांटा सड़ा गेहूं, जांच के आदेश

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 09, 2020 05:26:59 pm

Submitted by:

prabha shankar

चांदामेटा के वार्ड क्रमांक 12 स्थित राशन दुकान का मामला: बोरी लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा उपभोक्ता

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छिंदवाड़ा/ राशन दुकान में ऐसा सड़ा गेहूं बंटा..जिसे देखकर जानवरों ने भी मुंह फेर लिया। चांदामेटा के वार्ड नं.12 के उपभोक्ता इस गुणवत्ताविहीन और मानव खाद्य के अयोग्य इस अनाज की बोरी लेकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे, तब इस अनियमितता का पता चला। इस पर जिला आपूर्ति अधिकारी ने गेहूं को देखने के बाद जांच के आदेश दिए हैं।
चांदामेटा से आई निहारिका चौरसिया, जितेन्द्र समेत अन्य उपभोक्ताओं ने बताया कि एक दिन पहले राशन दुक ान से रियायती दर वाला गेहूं, चावल लेकर आए। उसकी बोरी देखने पर पता चला कि गेहूं में बारिश के पानी से सडऩ हो गई है तो चावल की क्वालिटी भी ठीक नहीं है।
बोरी से दुर्गंध आ रही है। इसकी सूचना तत्काल राशन दुकानदार को देने और गेहूं बदलने का आग्रह करने के बाद भी उसने नहीं सुना। इसके बाद सुबह से 4 बजे तक परासिया के अधिकारियों के चक्कर लगाए। इसके बाद भी किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। मजबूरी में कलेक्ट्रेट आकर शिकायत दर्ज करानी पड़ी। पीडि़त महिला ने बताया कि उसके जैसे दूसरे उपभोक्ताओं को भी यहीं गेहूं दिया गया है। चावल और चना भी घटिया क्वालिटी का बांटा जा रहा है।
इस सड़े गेहूं की बोरी को जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी ने भी देखा और स्वीकार किया कि यह गेहूं जानवर के देने के योग्य भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि राशन दुकान में इस क्वालिटी के गेहूं के वितरण की जांच कराई जाएगी और प्रथम दृष्टया दुकानदार पर भी उचित कार्रवाई की जाएगी।

बालाघाट की तरह घटिया चावल बंटने की आशंका
बालाघाट और सिवनी में हाल ही में घटिया चावल सप्लाई होने और ईडब्ल्यू टीम के छापे की खबर सामने आई थी। यह यह बताना जरूरी है कि छिंदवाड़ा जिला चावल उत्पादक नहीं है। जिले की राशन दुकानों में चावल सिवनी और मंडला जिले से नागरिक आपूर्ति निगम पहुंचाता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कहीं निमन क्वालिटी का चावल छिंदवाड़ा न पहुंच गया हो। जैसा चांदामेटा के उपभोक्ताओं ने बताया कि चावल और चना भी इसी तरह का है। फिलहाल इस मामले की जांच होने पर यहां भी घोटाला उजागर हो सकता है।

इधर…भोपाल की अधूरी तैयारी से पांचवीं बार टला पात्रता पर्ची का वितरण ड्ड
जिले के 24 हजार जरूरतमंद परिवारों को अनाज पात्रता पर्ची का वितरण पांचवी बार टाल दिया गया। इसका कारण एम राशन मित्र एप में राशन कार्ड धारकों की सूची को लेकर असमंजस बताया गया है। अब इसकी नई तिथि 16 सितंबर दी गई है। पिछले माह जुलाई में जिले में 715 राशन दुकानों में 3.50 लाख परिवारों के 16.50 लाख सदस्यों को आधार से जोडऩे की प्रक्रिया में केवल 2.20 लाख सदस्य रह गए थे। इस प्रक्रिया में राशन दुकानदारों के अलावा शहरी क्षेत्र में नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद के कर्मचारियों को आधार सीडिंग कार्य में लगाया गया और घर-घर सर्वेक्षण भी किया। फिर पहली बार 15 अगस्त को पात्रता पर्ची से वंचित परिवारों को पर्ची देने का कार्यक्रम तय किया गया। फिर एक सितंबर, तीन सितंबर, सात सितंबर और अब इसकी तारीख 16 सितंबर तक कर दिया गया। जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी का कहना पड़ा कि पात्रता पर्ची जनरेट करने की प्रक्रिया भ्रोपाल में पूरी न होने से यह स्थिति बनी है। फिलहाल 1 लाख 30 हजार 833 सदस्यों के नाम पोर्टल में जोड़ गए हैं वहीं नाम काटने वालों की संख्या 85 हजार है। इनमें से कुछ मृतक है और कुछ लोग स्थान छोडकऱ चले गए हैं।

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