छिंदवाड़ाPublished: Jan 15, 2022 07:15:01 pm
Sanjay Kumar Dandale
बडक़ुही नगर में कुछ माह पूर्व 25 कचरा पेटियंा खरीदी गयी थी। जिसमें से लगभग सात पेटियां विभिन्न वार्डो में रखी हुई है लेकिन इसमें ढक्कन नहीं होने से आवारा पशु पेटियों का कचरा आसपास फैला देते है जिससे गंदगी फै ल जाती है।
बडक़ुही
छिंदवाड़ा/परासिया. नगर को साफ स्वच्छ रखने के लिए सरकार स्वच्छता सर्वेक्षण के माध्यम से जन जागरुकता अभियान चला रही है वहीं स्वच्छता में रैंकिग के लिए नगर परिषदों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बडक़ुही नगर परिषद ने स्वच्छता अभियान में केवल मुख्य मार्ग तथा सार्वजनिक स्थानों को प्राथमिकता दी है नगर के भीतर साफ-सफाई की हालत खराब है अधिकांश वार्डो में कूडा कचरा बिखरा पड़ा हुआ है। पानी निकासी की उचित व्यवस्था नही होने से घरों के गंदे पानी से आंतरिक मार्गों पर कीचड़ फैल जाता है। बरकुही नगर में कुछ माह पूर्व 25 कचरा पेटियंा खरीदी गयी थी। जिसमें से लगभग सात पेटियां विभिन्न वार्डो में रखी हुई है लेकिन इसमें ढक्कन नहीं होने से आवारा पशु पेटियों का कचरा आसपास फैला देते है जिससे गंदगी फै ल जाती है। लगभग 18 कचरा पेटियां वार्ड क्र 7 स्थित मोक्षधाम में शेड के नीचे अनुपयोगी रखी हुई है इनमें ढक्कन लगाकर इनका उपयोग किया जा सकता है लेकिन लंबे समय से यह रखी हुई है। वार्ड क्र 8 निवासी अख्तर खान, सुभाष डेहरिया, लीला बाई कहती है कि नाली नहीं बनने से गंदा पानी सडक़ पर फैल जाता है इस वार्ड में तीन बार नाली का भूमिपूजन किया गया लेकिन नाली का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। बस स्टैंंड से भोपाल बस्ती जाने वाले मार्ग पर भी पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से गंदा पानी एकत्रित होता है जिससे ंराहगीरों को परेशानी होती है। वार्ड क्र 13 निवासी विजय, गणेश, दीपक बताते है कि सफाई की व्यवस्था नहीं है केवल मेन रोड से लगे स्थानों पर ही ध्यान दिया जाता है।
पानी निकासी, कचरा निष्पादन है बड़ी समस्या
पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष मुनीराज इंदौरकर कहते है कि अधिकारियों की लापरवाही से बडक़ुही नगर में कूड़ा कचरा गंदगी फैली हुई है। इस संबंध में उन्होंने सीएमओ को सुझाव दिए थे लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। कचरा निष्पादन की व्यवस्था नहीं होने से वर्तमान में कचरा डंप करने के स्थल को लेकर भी लोगों को आपत्ति है। नगर के अधिकांश वार्डों में पानी निकासी के लिए नालियां नहीं बनाई गयी है यह गंदगी का सबसे बड़ा कारण है। घरों का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर रास्ते पर बहता है। सफाई कर्मचारियों का उपयोग अन्य कार्यों के लिए किए जाने से भी सफाई का मूल कार्य प्रभावित होता है।
रस्म अदायगी बनकर रह गई है सफाई
नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष पूर्णिमा बेले का कहना है कि वर्तमान में नगर परिषद भंग है यहां का कार्यभार मुख्य नपा अधिकारी के जिम्मे है लेकिन सफाई विभाग में कार्यरत कर्मचारियों से अन्य कार्य लिया जाता है। सफाई का कार्य नगर में रस्म अदायगी बनकर रह गया है। वार्डों में सफाई नहीं होने से सडक़ों पर गंदा पानी बहता है वहीं जगह-जगह कूड़ा कचरा नजर आ रहा है। अभियान अथवा स्वच्छता सर्वेक्षण के समय साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाता है इसके बाद स्थिति जस की तस हो जाती है। मुख्य नपा अधिकारी गीता माझी से संपर्क स्थापित नहीं होने से उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।