बाइक से बच गई और कई जानें
दुर्घटना के दौरान मृतक जिस बाइक पर सवार थे वह बस के आगे वाले टायर के सामने फंस गई। इससे बस वहीं रुक गई। यदि बस नहीं रुकती तो और भी कई लोगों की जान जा सकती थी। बताया जा रहा है कि बस के चालक संतोष बंदेवार ने आवाज भी लगाई थी कि बस के ब्रेक फेल हो चुके हैं, लेकिन उसकी आवाज सामने चलने वालों को सुनाई नहीं थी। सतपाल सिंह बघेल और उमाशंकर बघेल बस के सामने ही चल रहे थे।
दुर्घटना के दौरान मृतक जिस बाइक पर सवार थे वह बस के आगे वाले टायर के सामने फंस गई। इससे बस वहीं रुक गई। यदि बस नहीं रुकती तो और भी कई लोगों की जान जा सकती थी। बताया जा रहा है कि बस के चालक संतोष बंदेवार ने आवाज भी लगाई थी कि बस के ब्रेक फेल हो चुके हैं, लेकिन उसकी आवाज सामने चलने वालों को सुनाई नहीं थी। सतपाल सिंह बघेल और उमाशंकर बघेल बस के सामने ही चल रहे थे।
साडूभाई थे दोनों
मृतक सतपाल सिंह बघेल और उमाशंकर बघेल आपस में साडूभाई थे। दोनों एक साथ एक ही बाइक पर चल रहे थे। दोनों की मौत से एक साथ दो बहनों का सुहाग उजड़ गया। पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव उनके गृहग्राम सिवनी जिले के ढहकी भेजा गया। शव गांव पहुंचते ही मातम फैल गया। दोनों एक ही गांव के निवासी थे।
मृतक सतपाल सिंह बघेल और उमाशंकर बघेल आपस में साडूभाई थे। दोनों एक साथ एक ही बाइक पर चल रहे थे। दोनों की मौत से एक साथ दो बहनों का सुहाग उजड़ गया। पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव उनके गृहग्राम सिवनी जिले के ढहकी भेजा गया। शव गांव पहुंचते ही मातम फैल गया। दोनों एक ही गांव के निवासी थे।
दो प्रधान आरक्षक हुए घायल
दुर्घटना में एसएएफ के दो प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र नेगी और रामकुमार भलावी घायल हुए हैं। ये दोनों प्रधान आरक्षक भी शव यात्रा के साथ चल रहे थे। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
दुर्घटना में एसएएफ के दो प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र नेगी और रामकुमार भलावी घायल हुए हैं। ये दोनों प्रधान आरक्षक भी शव यात्रा के साथ चल रहे थे। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने कायम किया मर्ग
मर्ग कायम कर मामले को जांच में रखा है। जांच पूरी होने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -दिशेष अग्रवाल, सीएसपी, छिंदवाड़ा