scriptSand Mining: नदियों में तेज बहाव, प्रशासन ने नहीं दी रेत उत्खनन की अनुमति | Sand Mining: administration did not allow sand-quarrying | Patrika News

Sand Mining: नदियों में तेज बहाव, प्रशासन ने नहीं दी रेत उत्खनन की अनुमति

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 11, 2019 01:08:54 am

Submitted by:

prabha shankar

Sand-quarrying: कलेक्टर ने बढ़ाई मानसून अवधि

Two sides assault in Bharsendi sand mines of Singrauli district

Two sides assault in Bharsendi sand mines of Singrauli district

छिंदवाड़ा. सितम्बर के अंतिम दिनों तक हुई बारिश से पेंच, कन्हान, कुलबेहरा समेत अन्य नदियों में पानी का बहाव बना हुआ है। इसके चलते रेत खदानों को शुरू करना मुश्किल हो गया है। नदियों में हादसों की आशंका को देखते हुए कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा ने मानसून सत्र की अवधि 15 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। इसके बाद ही रेत का उत्खनन शुरू करने का फैसला हो सकता है।
अक्टूबर के प्रथम सप्ताह की समीक्षा में कलेक्टर ने पहले मानसून सत्र की अवधि 10 अक्टूबर तक निर्धारित की थी। इस अवधि में रेत बजरी की खदानों से रेत बजरी की निकासी पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया था। दूसरे सप्ताह की समीक्षा में यह पाया गया कि नदी-नालों में बरसाती पानी का बहाव कम नहीं हो पाया है। किसी भी व्यक्ति के नदी में उतरते समय हादसा हो सकता है। इस स्थिति में रेत उत्खनन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसे देखते हुए कलेक्टर ने पांच दिन और इसकी अवधि बढ़ा दी है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो