तेज बारिश के बाद प्रशासन नदी और नाले से रेत का खनन प्रतिबंधित कर दिया जाता है। हालांकि अभी तक जिला प्रशासन ने रेत के खनन और परिवहन पर अधिकृत रूप से रोक भी नहीं लगाई है, जिसकी वजह से किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है, क्योंकि अधिकृत रेत की खदानों में भी लोग जान जोख्मि में डालकर रेत चोरी करने में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ अवैध चोरी का सिलसिला भी नहीं थमा है। इन दिनों चौरई, चांद, चांदामेटा और दमुआ क्षेत्र से रेत का खनन जारी है। पुलिस की कार्रवाई से इस बात की पुष्टि हो रही है कि जिले में बारिश आने के बाद भी रेत की चोरी का सिलसिला नहीं थमा है। जिले के भीतर पुलिस हर दिन दो से तीन रेत के अवैध खनन और परिवहन का प्रकरण पंजीबद्ध कर रही है।
पुलिस ने दर्ज किए दो प्रकरण
चांदामेटा थाना पुलिस ने 9 जून को ग्राम चरई आम रोड से ओम प्रकाश नवरेती एवं गोविन्द यादव निवासी ग्राम भाजीपानी को रेत की चोरी करते हुए गिरफ्तार किया। ट्रैक्टर ट्राली से रेत चुराते हुए पकड़ा। चोरी हुई रेत का बाजार मूल्य 3 हजार रुपए आंका जा रहा है। इसके अलावा दमुआ थाना पुलिस ने घोड़ावाड़ी मेन रोड से बिना नम्बर के ट्रैक्टर को अवैध तरीके से रेत की चोरी करते हुए पकड़ा जिसे दुर्गेश यदुवंशी चला रहा था। जब्त की गई रेत का बाजार मूल्य 3 हजार रुपए आंका गया है।