scriptSand mining: प्रतिबंध के पहले ही रेत स्टॉक करने की फिराक में खनन माफिया | Sand mining: Mining mafia trying to stock sand before ban | Patrika News

Sand mining: प्रतिबंध के पहले ही रेत स्टॉक करने की फिराक में खनन माफिया

locationछिंदवाड़ाPublished: May 28, 2022 11:41:08 am

Submitted by:

prabha shankar

नियमों की धज्जियां उड़ाकर कुलबेहरा नदी से निकाली जा रही है रेत, मानसून के पहले नियम ताक पर, बिना रॉयल्टी के रेत वाहनों का बढ़ा परिवहन

chhindwara

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छिंदवाड़ा। मानसून आने के साथ ही तीन माह के लिए नदियों से रेत का खनन नहीं किया जा सकेगा। इसके विपरीत रेत की मांग एक समान बनी रहती है। इसी वजह से रेत स्टॉक करने के लिए इन दिनों वैध खनन के साथ-साथ अवैध खनन भी ताबड़तोड़ जारी है। इसका प्रमाण जिला मुख्यालय पर ही कुलबेहरा नदी की खदानों पर देखा जा सकता है।
हाल ही में पत्रिका टीम ने कुलबेहरा नदी की कई रेत खदानों का भ्रमण किया। तस्वीरें बता रही हैं कि नदी क्षेत्र के बीच से भी रेत निकाली जा रही है तो कई जगह ब्रिज के समीप 200 मीटर के दायरे में खनन न करने के नियम का भी उल्लंघन किया जा रहा है। दो खदानों के लिए तो अब तक प्रदूषण विभाग की एनओसी तक नहीं है। अवैध रेत खनन में शामिल माफिया चोर रास्तों से टै्रक्टर-ट्रॉली दौड़ा रहे हैं। रॉयल्टी के बारे में पूछने पर साफ-साफ न होने की बात भी कह देते हैं। इसी से रेत के अवैध खनन की पुष्टि हो
जाती है।
खनिज विभाग की नजर जिला मुख्यालय से दूर चांद, चौरई तक तो पहुंच रही है, लेकिन जिला मुख्यालय की आधा दर्जन से अधिक खदानों पर ही ध्यान नहीं है। नतीजन मुख्यालय के आसपास ही खदानों की आड़ में नदियों को छलनी किया जा रहा है। रेत का भंडारण नदियों के पास ही किया जा रहा है, ताकि बाद में आसानी से परिवहन किया जा सके।

15 जून के बाद लग सकता है प्रतिबंध
रेत के वैध खनन पर 15 जून के बाद प्रतिबंध लगा दिया जाता है। पूरे बारिश के दौरान एनजीटी के निर्देश लागू रहते हैं। गत वर्ष बारिश देर से आने पर एक दो बार प्रतिबंध के समय को बढ़ाया गया था और 15 जून की जगह 30 जून से 30 सितम्बर तक प्रतिबंध लगा था। वहीं साल 2020 में बारिश अक्टूबर माह तक होने पर नदी की खदानों में खतरे को देखते हुए प्रतिबंध की समय सीमा 15 दिन और बढ़ा दी गई थी। मानसूनी प्रतिबंधों के दौरान भी खनिज विभाग ने कई बार अवैध रेत खनन एवं परिवहन करने वालों पर कार्रवाई की है।

इनका कहना है
&कुलबेहरा नदी की खदानों के पास रेत का भंडारण स्वीकृत नहीं है। शिकायत पर और खनिज विभाग खुद सर्चिंग करेगा। इस दौरान अवैध भंडार मिलने पर कार्रवाई की जाएगी ।
मनीष पालेवार, जिला खनिज अधिकारी

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