-मनीष पालेवार, जिला खनिज अधिकारी, छिंदवाड़ा।
2. बैतूल रोड के गांव ग्राम खैरवाड़ा में कुलबेहरा नदी से रेत की अवैध निकासी हो रही है और उसे इमलीखेड़ा के रास्ते छिंदवाड़ा लाया जा रहा है। इमलीखेड़ा के आसपास कॉलोनी निर्माण में मांग होने से यहीं रेत की बिक्री की जा रही है। प्रशासन के छापे के बावजूद इस
गांव में रेत का कारोबार थमा नहीं है। गांव में अभी भी हजारों घनमीटर रेत घरों के पिछवाड़े जमा है। कुलबेहरा नदी में पानी नहीं होने से अलग रेत निकल रही है।
3. सौंसर में भी सफेदपोशों के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। रोहना, सायरा, काजलवानी, रामाकोना की कन्हान नदी से रेत चोरी छुपे बिक रही है। प्रशासन कई बार जेसीबी-वनटेन मशीन और डम्पर जब्त कर चुका है। बावजूद इसके रेत के कारोबार पर पूरी तरह अंकुश लग नहीं पाया है।
4. परासिया, दमुआ, जुन्नारदेव, उमरेठ समेत कोयलांचल में भी रेत का अवैध कारोबार चल है। प्रतिबंधित अवधि में भी रेत नदियों से निकालकर बेची जा रही है।
5. अमरवाड़ा रोड पर सिंगोड़ी से जुड़ी पेंच नदी के तट से रेत निकल रही है। इसके अलावा अमरवाड़ा, हर्रई और बटकाखापा में भी रेत निकलकर बाजार में पहुंच रही है।