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रेत: नहीं उतरा बारिश का पानी,यह खड़ी होगी समस्या

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 15, 2019 11:19:56 am

Submitted by:

manohar soni

राज्य शासन के तुरंत खदानें खोलने के थे निर्देश,प्रशासन के सामने पानी ज्यादा होने का सवाल
 

Two sides assault in Bharsendi sand mines of Singrauli district

Two sides assault in Bharsendi sand mines of Singrauli district

छिंदवाड़ा/पेंच,कन्हान,कुलबेहरा समेत अन्य नदियों में पानी का बहाव कम नहीं हो पाया है। इससे अधिकृत रेत खदानें तो दूर,पंचायत व निजी खदानों के खुलने पर भी असमंजस बना हुआ है। इन खदानों को नियम शिथिल करते हुए तुरंत खोलने के आदेश राज्य शासन द्वारा दिए गए थे लेकिन प्रशासन के सामने नदियों में पानी ज्यादा होने का सवाल बना हुआ है। इससे संभावना जताई जा रही है कि प्रशासन 15 अक्टूबर को समाप्त हो रही मानसून सत्र की अवधि फिर बढ़ाने पर विचार कर सकता है।
खनिज साधन विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा कलेक्टर के नाम हाल ही में यह आदेश दिए गए थे कि नई रेत नीति के अंतर्गत जिलेवार समूह बनाकर निविदा की प्रक्रिया प्रचलन में है । इस प्रक्रिया में दो माह का समय लगने का अनुमान है। इस दौरान प्रदेश में रेत की निर्बाध उचित मूल्यों पर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निजी भूमि पर स्वीकृत खदान जिनमें 30 जून 2019 के पूर्व पर्यावरण अनुमति प्राप्त हो गई हो, उसे फिलहाल ऑनलाइन ईटीपी के माध्यम से रायल्टी व अन्य शुल्क जमा कर रेत निकासी की अनुमति प्राप्त होगी। इसी तरह पंचायतों को हस्तांतरित खदानों को भी नए ठेकेदार के अनुबंध निष्पादन से पहले शुरू किया जा सकता है।

कलेक्टर पर निर्भर रेत खदानों का संचालन
खनिज विभाग के इस आदेश के संदर्भ में देखा जाए तो निजी भूमि की स्वीकृति की एकमात्र खदान माथनी है,दूसरी पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करने वाली खदान सावंगी है। पंचायतों को हस्तांतरित खदान रंगारी और जाटाछापर है। इन रेत खदानों को तभी चालू किया जा सकता है जब कलेक्टर द्वारा मानसून अवधि पर प्रतिबंध हटाया जाए। जिसकी संभावना अभी नजर नहीं आ रही हैं क्योंकि नदियों में बारिश का पानी कम नहीं हो पाया है। प्रतिबंध हटेगा तो 14 अधिकृत रेत खदानें भी प्रारंभ हो जाएंगी।
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इनका कहना है…
पेंच-क न्हान समेत अन्य नदियों पर पानी के बहाव की समीक्षा कर स्थिति कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। इसके आधार पर ही 15 अक्टूबर को समाप्त हो रही मानसून अवधि पर फैसला होगा।
-मनीष पालेवार,जिला खनिज अधिकारी।

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