शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, छिंदवाड़ा
शासकीस उत्कृष्ट विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए लगाया गया शिकायती बाक्स प्राचार्य कक्ष से काफी दूर, पुस्तकालय के समीप है। शिकायत बाक्स में सुझाव व शिकायत पेटी लिखा हुआ है,परंतु यह विद्यार्थियों के लिए है, यह कहीं नहीं लिखा है। प्राचार्य ए काले का कहना है कि सप्ताह में एक बार शिकायत पेटी खोली जाती है, जिसके लिए एक कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। हालांकि कई माह से कोई शिकायत नहीं पहुंची है।
महारानी लक्ष्मीबाई उमा विद्यालय
महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमा विद्यालय में भी प्राचार्य कक्ष के आसपास शिकायत पेटी नहीं लगाई गई। यहां कक्ष क्रमांक 6 के पास पेटी लगी हुई है। शिकायत पेटी के संबंध में वरिष्ठ शिक्षिका ए श्रीवास्तव ने बताया कि पहले शिकायतें आती थीं जिसमें आने जाने की परेशानी से जुड़ी शिकायतें होती थी। कोरोना संक्रमण के बाद से शिकायतें नहीं आई। बता दें कि इस शिकायत पेटी की जानकारी अधिकांश शिक्षकों तक को नहीं है।
कैलाशनगर कन्या उमा विद्यालय
कैलाशनगर कन्या उमा विद्यालय में भी स्टाफ रूम के बगल से शिकायत पेटी लगाई गई है। पेटी पूरी तरह से अपारदर्शी है, जिसके ताले तक में धूल लगी है। पत्रिका टीम ने जब पेटी की फोटो ली, उस समय उसमें जाले भी लग चुके थे। हालांकि कैलाश नगर कन्या उमा विद्यालय की प्राचार्य मनीषा मिश्रा का कहना है कि शिकायती बाक्स में कांच लगा हुआ है, जिसमें जब पत्र डलता है तो पता चल जाता है। महिला बाल विकास की ओर से लगा हुआ है। लड़कियां छेड़छाड़ जैसी समस्याओं की शिकायतें डालती हैं। विद्यालय की ओर से कोई बाक्स नहीं है।
इनका कहना है
शिकायत पेटी हर स्कूल में लगाना अनिवार्य है, आने वाले दिनों में समीक्षा के दौरान प्राचार्यों से शिकायत पेटी की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली जाएगी।
अरविंद चौरगड़े, जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा