इस स्कूल में दर्ज 38 में से 36 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, लेकिन महज एक छात्रा ही पास हुई और बाकी पूरे 35 विद्यार्थी फेल हो गए। यही हाल छिंदवाड़ा विकास खंड अंतर्गत शासकीय जनसेवक स्कूल का रहा। जहां कुल दर्ज 100 विद्यार्थियों में से 81 ने परीक्षा दी जिसमें से महज 5 विद्यार्थी पास हुए। परीक्षा परिणाम 6.17 प्रतिशत रहा। 6 विद्यार्थी पूरक हो गए और 70 फेल हो गए।
यहां ऐसे करीब 17 विद्यालय है जिन्होंने परीक्षा परिणाम 20 प्रतिशत से अधिक हासिल नहीं किया। वहीं 54 विद्यालय ऐसे हैं जिन्होंने हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम में 20 फीसदी से 40 फीसदी बच्चों को उत्तीर्ण कर पाने लायक पढ़ा सके हैं। 60 से अधिक स्कूलों ने 60 फीसदी भी आकड़ा भी नहीं छूआ। हालांकि 207 स्कूलों ने 61 से 100 प्रतिशत का रिजल्ट भी दिया है।
6 से 41 फीसदी रहा इन स्कूलों का रिजल्ट
छिंदवाड़ा विकासखंड अंतर्गत, शासकीय जनसेवक स्कूल ने 6.17 प्रतिशत, घाट परासिया 13.33 प्रतिशत, पिंडरईकला 15.38 प्रतिशत, सागरपेशा हाईस्कूल 20 प्रतिशत, सोनाखार 21.35, खजरी 21.62 और सुक्लूढाना 21.67 प्रतिशत परीक्षा परिणाम हासिल कर सके। छिंदवाड़ा के अंतर्गत ही नोनियाकर्बल में 25.81 प्रतिशत, रोहनाखुर्द में 27.78 प्रतिशत, चंदनगांव में 28 प्रतिशत विद्यार्र्थी पास हो सके हैं।
शासकीय कन्या जवाहर स्कूल ने 32.14 प्रतिशत, शासकीय कन्या कैलाशनगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने 32.48 प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिया है।
छिंदवाड़ा के इसरा ने 33.33 प्रतिशत, कुहिया ने 34.43, नवीन जवाहर बालक उमा विद्यालय ने 35.29, जम्होड़ीपंडा 37.50 प्रतिशत रिजल्ट रहा। क्रियाकलापों के लिए चर्चा में रहने वाले बोहनाखैरी स्कूल ने भी 41 प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिया है।
यहां रहा शतप्रतिशत परिणाम
सौंसर के कबरपिपला, कोपरावाड़ी, बानाबाकोड़ा, पांढुर्ना के वाडेगांव, डूडेवानी और खिरैटी, घ्ूासावानी के स्कूलों ने शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम हासिल किया। इन विद्यालयों की पढ़ाई की बात करें तो सातों विद्यालयों में से एक विद्यार्थी ही तृतीय श्रेणी हासिल किया। अन्य सभी विद्यार्थियों ने प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी प्राप्त की।
जिले के समस्त स्कूलों के परीक्षा परिणामों की समीक्षा की जाएगी। किन स्कूलों में क्या कमियां है इन सबका विश्लेषण करते हुए उनकी कमियां दूर की जाएगी।
- अरविंद चौरगड़े, जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा