राष्ट्रपति तक से लगा चुका है गुहार, पीडि़त ने सीएमएचओ को दिया ज्ञापन
इस संदर्भ में पीडि़त ने मंगलवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है। दरअसल मदन पिता शंकरलाल चौरसिया निवासी चौरई हंै। वह सेक्टर सुपरवाइजर के पद से 30 अप्रैल 2017 को सेवानिवृत्त हुए। विभागीय प्रक्रिया के बाद उसे जीपीएफ तथा सेवा पुस्तिका में दर्ज अवकाश दिनों की राशि का भुगतान किया जाना था।
इस संदर्भ में पीडि़त ने मंगलवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है। दरअसल मदन पिता शंकरलाल चौरसिया निवासी चौरई हंै। वह सेक्टर सुपरवाइजर के पद से 30 अप्रैल 2017 को सेवानिवृत्त हुए। विभागीय प्रक्रिया के बाद उसे जीपीएफ तथा सेवा पुस्तिका में दर्ज अवकाश दिनों की राशि का भुगतान किया जाना था।
पीडि़त चौरसिया ने बताया कि उन्हें निलम्बन अवधि का 50 फीसदी वेतन भी अब तक भुगतान नहीं किया गया। विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उन्हें मानसिक तथा आर्थिक रूप से प्रताडि़त कर रहे हैं। इसकी वजह से आए दिन वह उपचार के लिए नागपुर जाते रहते हैं। पीडि़त ने शासन से उचित जांच तथा लापरवाह अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही जान-मान के नुकसान पर विभाग को दोषी ठहराया है।