आधे से ज्यादा बीज आदिवासी क्षेत्रों में जिले में चार विकासखंड आदिवासी बहुल हैं। हर्रई, तामिया, जुन्नारदेव और बिछुआ में इस बार 3750 क्विंटल मक्का का बीज दिया गया है। जो पूरे जिले में अब तक भेजे गए 6300 क्विंटल में आधे से ज्यादा है। गौरतलब है सरकार किसानों को बीज पर सब्सिडी भी दे रही है। आदिवासी बहुल क्षेत्रों में तो 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी का प्रावधान है। इसी तरह सामान्य तौर पर किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर यह बीज उपलब्ध कराया जा रहा है।
धान के भी 500 क्विंटल बीज भेजा कृषि विभाग जिले में धान की खेती के लिए भी उपयुक्त जमीन तलाशने में लगा हुआ है। इसे अंतरवर्तीय फसल के रूप में भी किसानों को लगाने कहा जा रहा है। धान के 500 क्विंटल बीज तामिया, हर्रई, अमरवाड़ा, बिछुआ, जुन्नारदेव और मोहखेड़ में भेजे गए हैं। अरहर का रबका हालांकि इस बार स्थिर है। पिछले साल की तरह इस बार भी 35 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बुआई का लक्ष्य रखा गया है। विभाग ने इसके बीज भी किसानों के लिए उपलब्ध कराए हैं।
बीज की कमी बिल्कुल नहीं है खरीफ सीजन में बोई जाने वाली किसी भी फसल के लिए बीज की कमी बिल्कुल नहीं है। हमने पर्याप्त भंडारण किया है और ब्लॉक लेबल पर बीज पहुंच चुका है। मैदानी अधिकारी किसानों से सम्पर्क कर उन्हें उचित बीज खरीदने की सलाह दे रहे हैं।
जेआर हिडाऊ उपसंचालक कृषि छिंदवाड़ा
जेआर हिडाऊ उपसंचालक कृषि छिंदवाड़ा