नागपुर जेल जाने पर पता चली हकीकत
आकाश अग्रवाल रुपए लेता गया, लेकिन लम्बे समय तक वह छिंदवाड़ा नहीं आया तो शिक्षिका एक दिन नागपुर उसके निवास पर पहुंच गई। पता चला कि सविता और आकाश दोनों जेल में हैं। शिक्षिका ने जेल पहुंचकर जेलर से चर्चा की। इस दौरान जो बात सामने आई वह सुनकर उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। जेल के अधिकारियों ने बताया कि आकाश अग्रवाल का असली नाम अजय कुमरे है और जिसे वह अपनी बहन बताता था वह उसकी पत्नी सविता कुमरे है। दोनों धारा 354 की धारा में जेल में बंद हंै। छिंदवाड़ा लौटकर महिला ने दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया।
जबलपुर में भी दर्ज है आपराधिक प्रकरण
पुलिस के अनुसार अजय और सविता कुमरे के खिलाफ जबलपुर के गढ़ा थाना में भी इसी तरह का एक प्रकरण दर्ज है। इसके अलावा प्रदेश के और भी थानों में दोनों पर प्रकरण दर्ज हो सकते हंै। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई तथ्य सामने आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि एक टीम दोनों आरोपितों की तलाश में जुटी है।