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छोटे कर्मचारी करेंगे प्रदर्शन

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 17, 2018 05:12:15 pm

लघु वेतन कर्मचारियों की मांगों से उच्च स्तर पर अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके कारण कर्मचारियों में असंतोष है।

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Small employees will strike

परासिया. मप्र लघुवेतन कर्मचारी संघ इकाई की बैठक तहसील परिसर में आयोजित की गई जिसमें कर्मचारियो की मांगों के संबंध में चर्चा की गई। अध्यक्ष राजकुमार मालवीय ने बताया कि संघ के माध्यम से लघु वेतन कर्मचारियों की मांगों से उच्च स्तर पर अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके कारण कर्मचारियों में असंतोष है।
लंबित मांगों के समर्थन में 30 सिंतबर रविवार को छिंदवाडा में रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन करेंगे और आमसभा के बाद सांसद कमलनाथ को केन्द्र सरकार को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।
मांग पत्र में शामिल बिंदु: मध्यान्ह भोजन रसोईया का वेतन महंगाई के अनुरूप 10 हजार रुपए प्रति माह करने उनका शिक्षा विभाग में संविलियन करने, स्व सहायता समूह अध्यक्ष सचिव को मानदेय देने, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी के समान वेतनमान दिए जाने, कोटवार कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी एवं समान वेतन दिए जाने तथा कोटवारों को भू स्वामी हक का आदेश पुन: लागू करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वृत्ति कर से छूट दिए जाने एवं महंगाई के अनुरूप धुलाई भत्ता 2 सौ रुपए प्रति माह करने, आशा कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट रेट पर वेतन दिए जाने, भृत्य का पदनाम परिवर्तन कर कार्यालय सहायक करने स्वास्थ्य विभाग में रात्रिकालीन सेवा के समय चिकित्सकों को विशेष भत्ता दिया जाता है चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी इसी तरह रात्रिकालीन ड्यूटी में विशेष भत्ता दिया जाए। संविदा वर्ग कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी के समान नियमित वेतन मांग का लाभ प्रदान करने की मांग शामिल हैं।
यह रहे उपस्थित: बैठक में तहसील अध्यक्ष राजकुमार मालवीय, ब्लॉक अध्यक्ष आरपी देवांगन, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष यशोदा बेलवंशी, नीतू ङ्क्षसह ठाकुर, सतिया बाई, शारदा बाई, रेखा पाल, रजनी विश्वकर्मा, संगीता कुडापे, शीला मर्सकोले, उमेश परते, कुंवर बेलवंशी सहित संघ सदस्य उपस्थित रहे।

महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी 18 से हड़ताल पर
जुन्नारदेव . मप्र शासन के महिला एवं बाल विकास परियोजना के समस्त अधिकारी अपनी 18 वर्ष पुरानी वेतन विसंगति को लेकर 18 सितंबर से हड़ताल पर जा रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास परियोजना के अधिकारी इस बार यह हड़ताल राजधानी भोपाल में पहुंचकर कर करेंगे। विकासखंड में पदस्थ इस विभाग के परियोजना अधिकारी सीमा पटेल, प्रेरणा मर्सकोले तथा प्रिंस साहू ने बताया कि वेतन विसंगति की मांग के संदर्भ में शासन को पूर्व में ही अवगत करा देने के बाद भी सरकार ने सम्मानजनक फैसला ना लिए जाने के चलते यह कड़ा कदम उठाया जा रहा है।
गौरतलब है कि लोकसेवा आयोग द्वारा चयनित किए जाने वाले इस पद का ग्रेड पे संपूर्ण देश में सबसे निचले पायदान पर हैं। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में इस पद के 5400 के ग्रेडपे की तुलना में मध्यप्रदेश में मात्र रुपए 3600 का पेग्रेड ही प्रदान किए जा रहे हैं, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। राजपत्रित अधिकारी के दर्जा प्राप्त इन अधिकारियों को कम वेतन दिया जाना शर्मनाक भी है। इससे पहले भी इसी ग्रेड-पे रु. 4400 को बढ़ाए जाने का प्रस्ताव संबंधित विभाग की मंत्री ने किया था।

 

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