शनिवार को परिवार परामर्श केन्द्र में सुनवाई के लिए रखे गए प्रकरणों में एक प्रकरण सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ भी सामने आया। सोशल मीडिया पर आने वाले आपत्तिजनक संदेश पति ने पढ़े तो उसे गुस्सा आया और विवाद शुरू हो गया। पति का कहना है कि पत्नी सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करें। काउंसलरों की समझाइश के बाद महिला ने सोशल मीडिया से दूर रहने पर राजी हुई जिसके बाद दोनों में समझौता हो गया। एक प्रकरण चांदामेटा थाना क्षेत्र का है पति पेशे से ठेकेदार है और पत्नी नौकरी करती है। पति का कहना है कि पत्नी नौकरी छोड़ेगी तब ही वह उसके साथ रहेगा, वहीं पत्नी का कहना है कि पति इतनी कमाई करे जिसस परिवार का भरण पोषण आसानी से हो जाए तो वह नौकरी छोड़ देगी। पत्नी नौकरी छोडऩे को तैयार नहीं है जिसके चलते इस मामले में समझौता नहीं हो पाया।
आरक्षक के विवाद में समझौता
पुलिस आरक्षक और उसकी पत्नी के बीच चले विवाद में शनिवार को समझौते की स्थिति बन गई। पहली पत्नी से दो बच्चे होने के बाद आरक्षक की पत्नी का देहांत हो गया, उसने बच्चों की अच्छी परवरिश होगी यह सोचकर से शादी कर ली, जिससे एक बेटी है। शादी को करीब 21 साल हो चुके हैं और दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। समझाइश के बाद मामला सुलझ गया। सुनवाई काउंसलर नीलू यादव, खि•ार अहमद, छाया गौतम और नर्मदा अवस्थी ने की।