जानें किसने क्या कहा- – समाज के संरक्षक नंदकिशोर बेलवंशी ने बताया कि मेला परिसर में हम बैनर पोस्टर भी लगाएंगे। हम पानी को लेकर तो अभियान चला ही चुके हैं, मेले में प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए सार्वजनिक रूप से घोषणा भी कराएंगे। इससे सम्बंधित जागरुकता संदेश भी अपने पंडाल में लगाएंगे ताकि लोग इससे प्रेरित हो सकें।
– समाज के सक्रिय कार्यकर्ता और क्षेत्रीय अध्यक्ष रंजू अर्जुनवार ने बताया कि मेला परिसर को स्वच्छ बनाए रखने और इसका संदेश लोगों सहित पूरे जिले में देने का इससे अच्छा मौका कोई और नहीं है। हम लोगों से मिलकर प्लास्टिक का उपयोग न करने की बात कहेंगे। मंदिर परिसर में भी प्लास्टिक और पन्नियों का कचरा न करने के लिए कहा जाएगा।
– कतिया समाज कल्याण संस्था के अध्यक्ष केआर नागेश का कहना है कि समिति पहली बार भंडारा करा रही है। हम खुद भी भंडारे में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे। लोगों को भी संदेशों के जरिए यह बताया जाएगा कि यदि वे किसी को इनका उपयोग करते देखें तो उसे मना करें। उन्होंने पत्रिका की पहल और महाअभियान से जुडऩे की बात कही।
– संस्था सचिव मुन्नालाल मेंहगिया ने बताया कि लोग शहर को साफ रखने के प्रति कितने जागरूक हैं इसे बताने के लिए इससे अच्छा मौका और कोई नहीं मिलेगा। यहां लगने वाले सभी पंडालों में जागरुकता के ऐसे पोस्टर बैनर लगाने चाहिए। संस्थाओं को खुद आगे आकर इस काम में सहयोग करना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के लिए पत्रिका के अभियान की उन्होंने सराहना की।
– समाज के सक्रिय कार्यकर्ता और क्षेत्रीय अध्यक्ष रंजू अर्जुनवार ने बताया कि मेला परिसर को स्वच्छ बनाए रखने और इसका संदेश लोगों सहित पूरे जिले में देने का इससे अच्छा मौका कोई और नहीं है। हम लोगों से मिलकर प्लास्टिक का उपयोग न करने की बात कहेंगे। मंदिर परिसर में भी प्लास्टिक और पन्नियों का कचरा न करने के लिए कहा जाएगा।
– कतिया समाज कल्याण संस्था के अध्यक्ष केआर नागेश का कहना है कि समिति पहली बार भंडारा करा रही है। हम खुद भी भंडारे में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे। लोगों को भी संदेशों के जरिए यह बताया जाएगा कि यदि वे किसी को इनका उपयोग करते देखें तो उसे मना करें। उन्होंने पत्रिका की पहल और महाअभियान से जुडऩे की बात कही।
– संस्था सचिव मुन्नालाल मेंहगिया ने बताया कि लोग शहर को साफ रखने के प्रति कितने जागरूक हैं इसे बताने के लिए इससे अच्छा मौका और कोई नहीं मिलेगा। यहां लगने वाले सभी पंडालों में जागरुकता के ऐसे पोस्टर बैनर लगाने चाहिए। संस्थाओं को खुद आगे आकर इस काम में सहयोग करना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के लिए पत्रिका के अभियान की उन्होंने सराहना की।