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Total Lockdown : किसी का बेटा हॉस्टल में फंसा तो किसी की पत्नी-बेटी बीमार

locationछिंदवाड़ाPublished: Mar 30, 2020 10:41:52 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

टोटल लॉकडाउन : एसडीएम कार्यालय में हर दिन पहुंच रहे लोग, अपनों से मिलने की चाहत में तोड़ रहे सोशल डिस्टेंस का नियम

covid 19

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छिंदवाड़ा/ इंदौर में किसी बेटा हॉस्टल में फंसा है तो भोपाल में किसी की पत्नी-बेटी बीमार है। किसी की रिश्तेदारी में मृत्यु होने पर सुदूर जाना चाहता है। ऐसे आवेदन लेकर हर दिन लोग एसडीएम कार्यालय पहुंच रहे हैं। अधिकारियों के लाख समझाने के बावजूद अपनों से मिलने की चाहत इतनी है कि आवेदक सोशल डिस्टेंस का नियम तोडऩे पर आमादा है। जकि सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए पूरे शासन-प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी है।
छिंदवाड़ा एसडीएम कार्यालय में आवेदकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गेट भी बंद कर दिया गया है। फिर भी लोग बाहर खड़े रहते हैं और अपनी पत्नी, बेटा-बेटियों को छिंदवाड़ा लाने के लिए गेट से आवेदन कर्मचारियों को दे रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा आवेदन इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और नागपुर शहर जाकर परिजन को लाने की अनुमति के आ रहे हैं।
प्रशासन की समस्या यह है कि इन सभी शहरों में कारोना पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं। ऐसे हालात में किसी को भी अनावश्यक प्रवेश की अनुमति दी तो छिंदवाड़ा में भी इस वायरस के फैलने की आशंका है। जबकि अभी तक प्रशासन की कड़ी देख-रेख में यह शहर और जिले में कहीं भी कोई केस सामने नहीं आया है। अपनों को लाने की चाहत में लोग यह समझने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। इसके साथ वे एसडीएम कार्यालय में आवेदन देने में सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं अपना रहे हैं। यह भी प्रशासन का अलग सिरदर्द है।
मेडिकल इमरजेंसी होने पर अनुमति

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप प्रशासन हर व्यक्ति से जहां है, वहीं रहने की अपेक्षा कर रहा है। केवल बहुत अधिक मेडिकल इमरजेंसी होने पर लोगों को एम्बुलेंस से बाहर जाने की अनुमति दी जा रही है। इस व्यवस्था से ही शहर और जिला कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित होगा।
– अतुल सिंह, एसडीएम छिंदवाड़ा
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