ठेका सफाई कर्मचारियों को नहीं सरोकार
शुक्रवार को जिला अस्पताल के गायनिकी वार्ड के सामने नालियों से गंदा पानी निकलकर सडक़ पर बह रहा था, लेकिन यहां सफाई के लिए तैनात ठेकाकर्मियों को इससे सरोकार नहीं है। भले ही यह गंदगी जन्म लेने वाले शिशुओं के लिए नुकसान का कारण ही क्यों न बन जाए।
कार्यालय तक पहुंची नाली की गंदगी
वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में जाम नाली से गंदा पानी निकलकर सडक़ पर बहने लगा। यह गंदगी कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले लोगों के जूते-चप्पल के जरिए कार्यालय तक पहुंच गई। जिला पंचायत, खनिज विभाग, डीपीसी कार्यालय सहित कई विभाग के अधिकारी इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण की तीन-तीन टीमों ने किया शहर का मुआयना
15 दिनों से शहर में स्वच्छता की परीक्षा जारी थी। इस दौरान गारबेज फ्री सिटी टीम के दर्जनभर अधिकारियों ने शहर में वार्डवार सर्वेक्षण किया। इसी बीच एक दिन के लिए ओडीएफ डबल प्लस की टीम ने भी दस्तक दी। इस टीम ने सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्थाओं का मुआयना किया। जीएफसी की टीम ने अभी अपना काम भी नहीं समाप्त किया था कि स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग 2022 की टीम ने भी अपनी आमद दे दी। इस टीम ने छह दिनों तक सर्वे किया, ताकि शहर की रैंकिंग तय हो सके।
इनका कहना है
तीनों टीमें बुधवार की शाम तक रवाना हो गईं। जीएफसी की टीम की रिपोर्ट से स्टार रैंक, ओडीएफ की टीम से ओडीएफ नवीनीकरण के प्रमाणपत्र एवं स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम से देशभर में स्वच्छता के लिए 2022में शहर की रैंकिंग तय होगी।
आरएस बाथम, सहायक आयुक्त, निगम निगम
कलेक्ट्रेट परिसर की नाली में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है, लेकिन जल्द ही उसे दूसरी नाली से जोडऩे की व्यवस्था बनाएंगे। जिला अस्पताल के साफ-सफाई की जिम्मेदारी अस्पताल परिसर के सफाई ठेकेदार पर है।
अनिल मालवी, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम