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खरीफ के लिए किसानों को दी जाएगी विशेष सलाह, पढ़ें पूरी खबर

locationछिंदवाड़ाPublished: May 11, 2019 12:24:30 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

कृषि विभाग करेगा नवाचार: जून में शुरू जाएगा बोवनी का काम

mosquitoes damaged crop

mosquitoes damaged crop

छिंदवाड़ा. कृषि विभाग आगामी खरीफ के सीजन में कृषि उत्पाद लेने वाले किसानों को विशेष सलाह देगा। बारिश के दौरान आने वाले इस सीजन में सिंचाई के लिए बारिश की चिंता हालांकि विभाग को नहीं है, बावजूद इसके कम समय और कम पानी की फसल पर इस बार जोर दिया जाएगा। ध्यान रहे इस बार मक्का का रकबा जिले में और बढऩे के आसार दिख रहे हैं। इसको देखते हुए किसान किस तरह इस फसल के उत्पादन के लिए सावधानियां रखें इस पर जोर दिया जाएगा। कृषि विभाग पूरे जिले में सिंचाई की स्थिति, रासायानिक खाद का उपयोग और खरीफ में ली जाने वाली फसलों के आधार पर समझाइश की योजना तैयार कर रहा है। जिले में अभी खरीफ का सम्भावित क्षेत्र तय नहीं हुआ है, लेकिन प्राकृतिक कारणों और कीट व्याधियों से फसलों को बचाने पर इस बार ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
जैविक के लिए प्रेरित

जिले में फिलहाल पांच हजार एकड़ में जैविक खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया गया है। जिले में विभिन्न क्लस्टर बनाकर यह काम किया जा रहा है। जैविक उत्पादों की मांग को देखते हुए किसानों को इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि उन्हें उनकी उपज का दोगुना से ज्यादा मूल्य मिले। खरीफ में बोई जाने वाली अन्य फसलों को जिले में किस तरह लिया जाए और वातावरण के हिसाब से उनका उत्पादन कैसा किया जाए इस पर भी ध्यान दिया जाएगा।
कम अवधि वाली फसलों पर जोर

कृषि विभाग अधिकारियों की मानें तो कम समय में ली जाने वाली मक्का लगाने पर जोर दिया जाएगा। जहां हल्की जमीन है वहां 90 दिन में आने वाली इस फसल को बोने को कहा जा रहा है। कम अवधि वाले बीजों के साथ अलग-अलग वेरायटी वाले बीजों को बोने किसानों से कहा जा रहा है। इसका यह उद्देश्य है कि वेरायटी के कारण अगर किसी बीज का उत्पादन कम होता है या फिर उसमें कीट लगते हैं तो एक साथ फसल को प्रभावित होने से बचाया जा सके। इसी तरह रासायनिक खादों का भी उपयोग अलग-अलग करने कहा जा रहा है। किसान एक ही तरह की यूरिया का छिडक़ाव भारी मात्रा में करते हैं। जरूरत के हिसाब से अलग-अलग दवाओं का छिडक़ाव जमीन और फसल को फायदा पहुंचा सकता है।
जिला स्तर पर भी बैठक ली जाएगी

खरीफ सीजन को लेकर जल्द जिलास्तर पर भी बैठक ली जाएगी। इसमें मुख्य फसल मक्का के साथ और दूसरी जरूरी फसलों को लेकर विस्तार से चर्चा का पूरा कार्यक्रम तय किया जाएगा। किसान किस तरह नए तरीके से खेती कर उससे लाभ कमाएं इस पर उनका ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
जेआर हेडाऊ , उपसंचालक, कृषि विभाग छिंदवाड़ा
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