छह साल बाद फिर शुरू हुआ इस प्रोजेक्ट का कार्य
छिंदवाड़ाPublished: May 20, 2019 05:43:38 pm
महाराष्ट्र सीमा तक टू लेन सडक़ का छह सालों बाद निर्माण शुरू हुआ है। 8 किमी लंबी इस सडक़ का काम शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी है।
छिंदवाड़ा /पांढुर्ना . नेशनल हाईवे 47 से लेकर खैरीपैका, लांघा होते हुए महाराष्ट्र सीमा तक टू लेन सडक़ का छह सालों बाद निर्माण शुरू हुआ है। 8 किमी लंबी इस सडक़ का काम शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी है। क्योंकि महाराश्ट्र सीमा तक जाने के लिए यह महत्वपूर्ण मार्ग है।
इसी तरह तहसील का आखिरी छोर जो महाराष्ट्र सीमा से लगा हुआ के ग्रामिणों को भी इस सडक़ के निर्माण होने की लंबे समय से इंतजार था। वर्ष 2014 में इसके निर्माण में लीपापोती हुई थी। जिसके बाद सडक़ का काम लंबे समय तक अटका ही रहा। वर्षों तक मार्ग के किनारे गिट्टी पड़ी रही जिससे राहगीर फिसलकर घायल होते रहे है। अब पुन: इस मार्ग का निर्माण प्रारंभ हुआ है। ग्रामीणों ने गुणवत्तापूर्ण निर्माण की मांग की है। शासन द्वारा गुणवत्ता को लेकर पहली बार इस सडक़ प्रोजेक्ट में कंसलटेंट नियुक्त किया है। भोपाल के इंजिनियर यादव इस प्रोजेक्ट में गुणवत्ता का ख्याल रख रहे है। बताया जा रहा है कि उनके कर्मचारी सप्ताह में दो बार निर्माण कार्य देखकर एजेंसी को काम करने के लिए मार्गदर्शन दे रहे है।
शासन से बिलों का भुगतान नहीं होने से अटके प्रोजेक्ट: पीडब्ल्यूडी विभाग के कई प्रोजेक्ट शासन से बिल भुगतान नहीं होने की वजह से अटक गए है। इनमें प्रमुख रूप से महाराष्ट्र सीमा तक बन रहा काटोल रोड़ है। वर्षों बाद इस सडक़ का भी निर्माण शुरू हुआ है परंतु बीते छह माह से इस सडक़ का काम बद पड़ा हुआ है। इसी तरह शहर से अमरावती सडक़ का भी काम बिलों का समय पर भुगतान नही होने के कारण अटका हुआ है। पीडब्ल्यूडी विभाग के उपयंत्री राजेश दुधे ने बताया कि काटोल मार्ग के ठेकेदार को शासन द्वारा पहला बिल भुगतान नहीं होने के कारण अर्थलेवल के बाद काम बंद कर दिया है। 3 करोड़ का भुगतान अटका है ।