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राहत भरी खबर, आखिर राज्य शासन को बढ़ाने पड़ी समय सीमा

locationछिंदवाड़ाPublished: Nov 28, 2017 01:01:21 am

Submitted by:

sanjay daldale

नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को अमलीजामा पहनाने के लिए कामठीकलां जलाशय की निविदा की समयसीमा को 31 मार्च 2018 कर दिया है।

State government

कामठीकलां जलाशय

पांढुर्ना. कामठीकलां जलाशय निर्माण को लेकर पत्रिका की लगातार मुहिम का बड़ा असर हुआ है। देर आए दुरुस्त आए की तर्ज पर राज्य शासन ने आखिरकार पांढुर्ना की जनता की भावनाओं को समझा और नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को अमलीजामा पहनाने के लिए कामठीकलां जलाशय की निविदा की समयसीमा को बढ़ाकर 31 मार्च 2018 कर दिया है। इससे एक बार फिर से कामठीकलां में जलाशय निर्माण को बल मिला है। इस बात की पुष्टि करते हुए नगर पालिका के अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल ने बताया कि 25 अक्टूबर को पत्रिका में प्रकाशित समाचार ‘अगले माह हो जाएगा कामठीकलां जलाशय के टेंडर समाप्तÓ के बाद हमने जलाशय के रेट की स्वीकृति के लिए प्रयास प्रारम्भ किए थे। इसके बाद 31 अक्टूबर को चंद्रनिर्माण कन्स्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा राज्य शासन को पत्र लिखकर इस डैम के निर्माण के रेट स्वीकृति के लिए समयसीमा बढ़ाने की मांग की गई थी। सोमवार को इस दिशा में राज्य शासन से सकारात्मक समाचार मिले है जिसके अनुसार ठेकेदार के आवेदन को स्वीकार कर इसकी समयसीमा बढ़ा दी गई है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बातचीत भी हुई है जिसमें मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि अगले कैबिनेट की बैठक में कामठीकलां जलाशय के रेट स्वीकृति का विषय रखने वाले हैं।

जल्द ही आएगी अच्छी खबर
इस मामले को लेकर नपाध्यक्ष पालीवाल ने दावा किया है कि अगले कुछ ही दिनों में कामठीकलां जलाशय के निर्माण को लेकर अच्छी खबर प्राप्त होगी। उनका ईशारा केबिनेट की बैठक को लेकर है। पालीवाल का मानना है कि बैठक में इस बार जरूर ही जलाशय निर्माण से जुड़े प्रस्ताव को हरी झण्डी मिलेगी।
पत्रिका ने लगातार प्रकाशित किए समाचार
पत्रिका ने अपनी मुहिम में पांढुर्ना की पेयजल समस्या को लगातार उठाते हुए इसके निराकरण के लिए राज्य सरकार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सतर्क करते हुए जलाशय निर्माण की अनिवार्यता को चर्चा में बनाएं रखा। शनिवार को समयसीमा समाप्त होने के बाद एक बार फिर पत्रिका ने रविवार के अंक में प्रमुखता से समयसीमा समाप्त होने का समाचार प्रकाशित किया।

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