Penalty News:जुर्माना करने से शहर की सडक़ों पर कम हो गए आवारा गौवंश
छिंदवाड़ाPublished: Oct 06, 2019 12:08:01 pm
नगर निगम की सख्ती के बाद कांजी हाउस में मवेशियों की संख्या दो सौ पर सिमटी
छिंदवाड़ा शहर में आवारा गौवंश के सडक़ पर पाए जाने पर पांच सौ रुपए जुर्माना करने से पशुपालक सहम गए हैं। इसके बाद शहर के गली-मोहल्लों और मुख्य मार्गो पर जानवरों की संख्या कम हो गई है। चंदनगांव कांजी हाउस में भी इनकी संख्या दो सौ पर सिमट गई है।
निगम की जानकारी के अनुसार एक समय शहरी पशु पालक अपने गाय-भैंस को आवारा सडक़ों पर छोड़ देते थे। इससे सडक़ों पर गोबर की गंदगी होती थी वहीं वाहनों का आवागमन अलग प्रभावित होता था। इसके चलते नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी आम जनता का निशाना बनते थे। निगम आयुक्त द्वारा पहली बार में आवारा गौवंश पकड़े जाने पर पांच सौ रुपए का जुर्माना करने से अव्यवस्था में सुधार आया है। पशु पालक अब दोबारा जुर्माना होने से सहम गए हैं और अपने मवेशियों को छोड़ नहीं रहे हैं। इसका असर कांजी हाउस में देखने को मिला। पहले 270 मवेशी होते थे,अब इसकी संख्या 200 के अंदर सिमट गई है। कांजी हाउस प्रभारी रामवृक्ष यादव ने बताया कि पशुपालकों पर जुर्माना बढ़ा दिए जाने से आवारा मवेशी कंट्रोल में आ गए हैं। हांका टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।
कलेक्टर-एसपी को हाईकोर्ट ने दी जिम्मेदारी
हाईकोर्ट ने आवारा जानवरों से होनेवाले सडक़ हादसों के लिए कलेक्टर-एसपी को जिम्मेदार माना है। तब से भी आवारा जानवरों के सडक़ पर घूमने पर निगम का नियंत्रण बढ़ता दिखाई दिया है। प्रशासनिक स्तर पर भी इस समस्या पर चिंता जताने के साथ ही कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।