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Strike ends: नगर निगम कर्मियों को वेतन मिलते ही राहत, तुरंत काम पर लौटे

- दो दिन बाद शहर में कचरा सफाई करने जुटे कर्मचारी - देर रात दौड़ते रहे स्वच्छता वाहन

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Strike ends

हड़ताल खत्म होने के बाद कार्य में जुटे कर्मचारी।

नगर निगम के 18 सौ कर्मचारियों को 2.60 करोड़ रुपए का वेतन भुगतान करने पर पूरे शहर ने राहत की सांस ली। इससे दो दिन से चली आ रही अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त हो गई। कर्मचारी तुरंत काम पर लौट गए। दो दिन से गली-मोहल्लों से लेकर बाजार में जमा कचरा उठना शुरू हो गया। कचरा वाहन दौड़ पड़े।
ननि कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारी दो माह से वेतन न मिलने पर बीती आठ जनवरी से हड़ताल पर थे। इससे सफाई व्यवस्था समेत अन्य सेवाएं प्रभावित हो रहीं थी। शुक्रवार को महापौर विक्रम अहके एवं सभापति तथा आयुक्त चंद्रप्रकाश राय बैठे और चर्चा की। इसके उपरांत अनुबंधित कर्मचारी का दो माह का वेतन एवं विनियमित कर्मचारी, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का एक माह का वेतन किया गया। इसके साथ ही विनियमित कर्मचारी दैनिक वेतन कर्मचारियों को शेष एक माह का वेतन 15 से 20 जनवरी तक करने आश्वस्त किया गया।
महापौर ने कहा कि प्रत्येक माह की 1 से 20 तारीख तक नियमित रूप से सभी कर्मचारियों का वेतन का भुगतान किया जाएगा। इस हड़ताल में सम्मिलित कर्मचारियों पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाएगी एवं न ही कर्मचारी की अनुपस्थिति दर्ज की जाएगी। वेतन की कटौती भी नहीं होगी। अहके ने कहा कि हड़ताल समाप्त करने में सांसद बंटी साहू भी प्रयासरत रहे। महापौर और अधिकारी के संयुक्त आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी।

कर्मचारियों ने तुरंत शुरू की साफ-सफाई

हड़ताल समाप्त होते ही कर्मचारी तुरंत ही काम पर लौट गए। उन्होंने शहर के गली-मोहल्लों, बाजार समेत सार्वजनिक स्थलों पर जमा कचरा को एकत्र करना शुरू कर दिया। वार्डों में स्वच्छता वाहन शाम चार बजे से भ्रमण होना चालू हो गए।

लेखा कर्मचारियों के सहयोग की सराहना

वेतन के लिए राशि का इंतजाम करने के लिए संयुक्त मोर्चा के कर्मचारियों ने लेखा अधिकारी प्रमोद जोशी और उनकी टीम को धन्यवाद दिया और उनके सहयोग की सराहना की। इससे हड़ताल समाप्त करने में मदद मिली। उन्होंने महापौर और आयुक्त के निर्देश पर शीघ्रता से काम किया।