अधिक से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में सफल हों, माशिमं का यह उद्देश्य रहता है। हालांकि वर्षभर स्कूलों में होने वाले गैरशैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को समग्र मूल्यांकन (सीसीइ) के बीस प्रतिशत अंकों का लाभ नहीं मिल सकेगा। शासन ने यह सुविधा कक्षा नवमीं के विद्यार्थियों को ही दी है।
परीक्षा कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आइएम भीमनवार ने बताया कि माशिमं ने मूल्यांकन प्रक्रिया में कोई परिवर्तन नहीं किया है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी की जाएगी तथा सीसीइ के अंक नहीं जोड़े जाएंगे।
मूल्यांकन में गड़बड़ी पर लगेगा चार्ज
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी करने पर मूल्यांकनकर्ताओं पर सख्ती बरतने की तैयारी कर रखी है। इसके तहत अंकों के जोड़-घटाने, कुल योग में अंतर आने, सभी प्रश्नों की जांच न करने आदि बिंदुओं में लापरवाही बरतने पर सम्बंधित मूल्यांकनकर्ता पर जुर्माना लगाया जाएगा। लगातार गलती करने पर ब्लैक लिस्टेट भी किया जा सकता है।