छात्र-छात्राओं ने जाने औषधीय पौधों के गुण
छिंदवाड़ाPublished: Jan 18, 2019 05:50:38 pm
छात्र-छात्राओं ने जाने औषधीय पौधों के गुण
छात्र-छात्राओं ने जाने औषधीय पौधों के गुण
छात्र-छात्राओं ने जाने औषधीय पौधों के गुण
छिंदवाड़ा. जिले मे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली जैव विविधता दिनों दिन विलुप्त होती चली जा रही है जिसका संरक्षण किया जाना आज की महत्ता है। एक ऐसा ही प्रयास डेनियलसन डिग्री कॉलेज छिंदवाड़ा की राष्ट्रीय सेवा इकाई एवं नेचर क्लब के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को किया गया।
संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करते हुए मेडिसनल प्लांट का रोपण प्राचार्य शालेम एलबर्ट, पर्यावरण विद श्यामल राव, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी रविंद्र नाफडे, प्रो. अनिता शर्मा, प्रो. चंद्रशेखर भारद्वाज, प्रो. पी भूषानकर एवं शरद चांदेेकर की उपस्थिति में किया गया। प्राचार्य एलबर्ट ने बताया कि वनस्पति वाटिका में प्रतिवर्ष जैव विविधता के संरक्षण के लिए औषधीय पौधों का रोपण करने के साथ विद्यार्थियों को औषधीय पौधों की उपयोगिता से अवगत कराया जाता है, ताकि वे औषधीय पौधों का संरक्षण कर सकंे।
श्यामल राव ने कहा कि वाटिका में लगे पौधों का महत्व अपने जीवन में उतार सकंे तो ये मानव जीवन के लिए संजीवनी का काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति में पाए जाने वाली जैव विविधता मानव जीवन को सुरक्षा प्रदान करती है। इनका संरक्षण करना हम सबका दायित्व ही नहीं कर्तव्य है। रवीन्द्र नाफडे ने बताया कि वाटिका में अश्वगंधा, पत्थरचट्टा, सदाबहार, हर्रा, बहरा, लेमन ग्रास, आंवला मुनगा के पौधों का रोपण किया गया। वहीं पौधरोपण के पूर्व श्रमदान कर लगे हुए पौधों पर थाल बनाते हुए उनमें पानी डाला गया। इस अवसर पर नेचर क्लब ने छात्र-छात्राओं को जैव विविधता के संरक्षण का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में बीना सेन, रानी साहू, समता मॉरिस, डॉ. कीर्ति डेहरिया, नवनीता नथानियल, डॉ. माया शर्मा, प्रो. नीधि सजवान, प्रो. धीरज साहू आदि का सराहनीय सहयोग रहा।