छिंदवाड़ाPublished: Dec 09, 2017 05:05:20 pm
sanjay daldale
विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन आवेदन करने का पोर्टल नहीं खोले जाने से विद्यार्थियों के सामने एक बार फिर संकट खड़ा हो गया है।
एसडीएम को ज्ञापन सौपकर पोर्टल खोलने की मांग की।
जुन्नारदेव. वर्तमान में छिंदवाड़ा जिले के समस्त शासकीय महाविद्यालय रानी दुर्गावती से संबद्धता प्राप्त है और विद्यार्थी रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम अनुसार अध्यापन कार्य भी कर रहे है किन्तु वर्तमान में स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर में अध्ययनरत् छात्र/छात्राओं के सामने अब अपने शिक्षण भविष्य को लेकर संकट खड़ा हो गया है।
गौरतलब हो कि सत्र 2015 में जिले के समस्त महाविद्यालय डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर से संबद्धता प्राप्त थे इसी बीच शासन के निर्देशानुसार छिन्दवाड़ा जिले के समस्त शासकीय महाविद्यालय का विलय रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कर दिया गया जिसके बाद सागर विश्वविद्यालय की पढ़ाई लगभग प्रथम सेमेस्टर की पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों के लिए रानी दुर्गावती ने सागर विश्वविद्यालय के पेटर्न से ही प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की थी किन्तु उक्त परीक्षा में एटीकेटी प्राप्त विद्यार्थी जो वर्तमान में चतुर्थ सेमेस्टर में अध्ययनरत् है समयावधि बीत जाने के बाद भी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित नहीं किये जाने से संकट में आ गए थे। एकाएक लगभग एक सत्र से अधिक समय बीत जाने के बाद रादुविवि ने इन विद्यार्थियों के लिए प्रथम सेमेस्टर के एटीकेटी फार्म भरने की तिथि घोषित की किन्तु समयावधि के दौरान विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन आवेदन करने का पोर्टल नहीं खोले जाने से विद्यार्थियों के सामने एक बार फिर संकट खड़ा हो गया है।
एसडीएम से लगाई गुहार : शुक्रवार को परीक्षा आवेदन फार्म भरने की अंतिम तिथि पर हताश विद्यार्थी एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौपकर पोर्टल खोलने की मांग की। विद्यार्थियों का कहना है कि अन्तिम तिथि के बाद परीक्षा फार्म खोले जाने पर विश्वविद्यालय द्वारा विलंब शुक्ल वसूला जाता है और विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम तिथि तक पोर्टल नहीं खोला गया है ऐसे में हम सभी छात्र विलंब शुल्क का भुगतान विश्वविद्यालय की लापरवाही के बाद करने को सक्षम नहीं होंगे। ज्ञापन सौपने के दौरान एमएससी तृतीय सेमेस्टर की छात्रा साहिबा अन्जुम, अंजली विश्वकर्मा, दीपिका बन्देवार, प्रीति सनोडिया, अर्चना दुन्सुआ, उषा यादव, समीर कुरैशी सहित अन्य छात्र/छात्राएं उपस्थित थे।
सीएम हेल्पलाइन ने किया गुमराह: इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन को भी की थी। हेल्पलाइन से भी उस समय निराशा हाथ लग गई जब यह गलत जानकारी दी गई कि पोर्टल को खोल दिया गया है।