छिंदवाड़ा

छात्र ही शिक्षक बनकर पढ़ा रहे थे एक दूसरे को

ग्रामीण अंचलों में शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां अध्यापक खुलेआम मनमानी करते हुए स्कूल में ताला जड़कर भाग जाते है ।

छिंदवाड़ाAug 20, 2017 / 12:57 am

sanjay daldale

स्कूल में ताला जड़कर भाग जाते है अध्यापक

छिंदवाड़ा /हनोतिया. शिक्षक भगवान का रूप होते है और छात्रों का भविष्य संवारने की सम्पूर्ण जिम्मेदारी इन शिक्षकों की ही होती है ये कहावत अब सिर्फ कहावत ही बनकर रह गई है। ग्रामीण अंचलों में शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां अध्यापक खुलेआम मनमानी करते हुए स्कूल में ताला जड़कर भाग जाते है । जिससे छात्रों का भविष्य भी अंधकार में है। बच्चे सिर्फ मध्याह्न भोजन ग्रहण करने ही स्कूलों में आते है और खाना खाकर अपने घरों को लौट जाते है
ऐसा ही वाक्या विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बुर्रीखुर्द की प्राथमिक शाला में प्रकाश में आया है जहां पर शनिवार को स्कूल के प्रधान पाठक सुनील कुशवाह और शिक्षक अजय जोशी दोनों ही दोपहर लगभग एक बजे स्कूल गायब हो गए । ऐसी स्थिति में छात्र ही शिक्षक बनकर एक दूसरे को पढ़ाते नजर आए। स्कूल में अध्ययनरत् बच्चों से पूछने पर बताया कि सर तो 1 बजे ही चले गए है।

ग्राम पंचायत बुर्रीखुर्द की प्राथमिक शाला में कार्यरत प्रधान पाठक और शिक्षक दोनों ही अपनी मनमानी करते नजर आते है जिसका प्रत्यक्ष नजारा शनिवार को देखने में आया जहां पर दोनों ही शिक्षक स्कूल से लापता थे। ऐसे में स्कूल भगवान भरोसे ही संचालित हो रहा है और छात्रों के भविष्य से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है।
एक ओर शासन द्वारा स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है किन्तु इस तरह की लापरवाही के चलते ये अभियान नाम मात्र की योजना ही बनकर रह गए।

मैं साक्षर भारत की परीक्षा के लिए पेपर लेने बीईओ ऑफिस गया हुआ था। स्कूल में एक ओर शिक्षक अजय जोशी है जो अक्सर बिना बताए अनुपस्थित रहते है। इसी कारण स्कूल में शनिवार को अध्यापन कार्य नहीं हो पाया।
सुनील कुशवाह,
प्रधान पाठक प्राथमिक शाला बुर्रीखुर्द

&मेरे द्वारा जनशिक्षक को जांच के लिए भेजा जाएगा । जिसके बाद दोषी पाये जाने वाले शिक्षकों कार्रवाई की जाएगी।
एसआर लोखंडे, बीईओ, जुन्नारदेव
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.