बताया जाता है कि यूनिफार्म के रंग और डिजाइन की निर्णय भी शाला प्रबंधन समिति ले सकेंगी। हालांकि शासन ने नेवी ब्लू पेंट, सलवार के साथ ब्लू शर्ट, कुर्ता तथा प्राथमिक स्कूल के लिए डार्क ग्रे पेंट के साथ रेड लाइन शर्ट तथा छात्राओं के लिए जिस कलर का लोवर कपड़ा होगा उसी कलर का जैकेट तय किया गया है। इस संदर्भ में राज्य शिक्षा केंद्र संचालिक आइरिन सिंथिया जे.पी. ने गाइडलाइन जारी की है।
पिछली प्रक्रिया से लिया सबक – उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष शासन ने छात्रों को राशि प्रदान न कर आजीविका मिशन को यूनिफॉर्म तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके तहत छिंदवाड़ा से मंडला तथा बड़वानी के समूह से अनुबंध किया गया था, लेकिन सत्र खत्म होने तक समस्त विद्यार्थियों को यूनिफार्म उपलब्ध नहीं हो पाई थी। इससे सबक लेते हुए शासन ने इस बार बच्चों सहित माता या पिता के ज्वाइंट बैंक खाते में राशि जमा करने का निर्णय लिया है।
पोर्टल पर दर्ज होना अनिवार्य – सत्र 2019-20 में 15 अगस्त 2019 की स्थिति में शिक्षा पोर्टल में पंजीकृत छात्रों की संख्या के आधार पर राशि राज्य शिक्षा केंद्र से शाला प्रबंध समिति के खाते में सीधे राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसलिए पोर्टल पर शतप्रतिशत नामांकन दर्ज किया जाना अनिवार्य होगा। हालांकि अधिक राशि की आवश्यकता होने पर समिति अन्य मद से राशि उपयोग कर सकेंगी तथा समायोजन भी किया जा सकेगा। वहीं उक्त योजना से छात्रों के वंचित होने पर प्रधानाध्यापक, जनशिक्षक, बीआरसी आदि जिम्मेदारी तय होगी।
ऐसी होगी यूनिफॉर्म –
शासन की गाइडलाइन के आधार पर प्राथमिक शाला की बालिकाओं के लिए ट्यूनिक एवं शर्ट के साथ लेंगिग्स तथा बालकों को हॉफ पेंट एवं हॉफ शर्ट तथा माध्यमिक शाला की बालिकाओं के लिए सल्वार कुर्ता के साथ जैकिट तथा बालकों के लिए फुल शर्ट एवं फुल पेंट की दो जोडिय़ों के लिए प्रत्येक विद्यार्थियों के मान से 600 रुपए प्रदान किए जाएंगे।