छिंदवाड़ाPublished: May 15, 2019 05:29:13 pm
Sanjay Kumar Dandale
स्वास्थ्य कर्मचारी उमरेठ के प्राथमिक अरोग्य केन्द्र को बड़ी सर्जरी की आवश्यकता है।
sub-health center
उमरेठ. तहसील मुख्यालय से दूरस्थ ग्रामों मे प्राथमिक उपस्वास्थ्य सह आरोग्य केन्द्र स्थापित कर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का जो जनहित मे कदम उठाया था। वह अब क्षेत्र में कर्मचारियों की लापरवाही के चलते खोखला साबित हो रहा है। कर्मचारी स्वास्थ्य सेवाएं देना तो दूर गांवों में अरोग्य केन्द्रों के समय पर ताले तक नहीं खुलते। भवनों के आसपास गंदगी का अंबार लगा है जो स्वच्छता अभियान की भी पोल खोल रहा है।
जिले के उमरेठ तहसील में यही दृश्य देखने को मिल रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि स्वास्थ्य कर्मचारी उमरेठ के प्राथमिक अरोग्य केन्द्र को बड़ी सर्जरी की आवश्यकता है। उमरेठ गांव के प्राथमिक उपस्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ आशीष पटेल परासिया में रहते हैं उनकी सेक्टर चिकित्सक और सुपरवाइजर से सांठगाठ के चलते केंद्र के भवन में ताला लगा रहता है। उप स्वास्थ्य केन्द्र के लाभ से वंचित ग्रामीण झोलाछाप डाक्टरों की शरण में जाते हैं। जिससे उनका आर्थिक शोषण होता है। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी न तो अपने अधिनस्थ कर्मचारियों की कार्य पद्धति सुधार रहे हैं और न ही झोलाछापों पर नकेल कस पा रहे नतीजतन स्वास्थ्य सेवाएं बिगड़ती जा रही हैं। मजबूरी में लोगों को इलाज के लिए परासिया या छिंदवाड़ा जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उमरेठ के स्वास्थ्य केंद्र की दीवारों पर लगी जालिया असामाजिक तत्वों ने तोडऩे का प्रयास किया।
परासिया ब्लॉक के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र उमरेठ में लापरवाही इस कदर है कि न तो ये समय पर खुलता है न ही समय पर डॉक्टर न स्टाफ। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर चोट लगने पर वार्ड ब्वॉय ही उपचार कर देता है।