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छिंदवाड़ाPublished: Sep 14, 2021 09:52:35 pm
manohar soni
बिछुआ ब्लॉक के पिपरिया की महिला बनी प्रेरक, खुद के बल पर सुधारे हालात
Success: एक ऐसी महिला का संघर्ष..जिसने कायम की यह मिसाल
छिंदवाड़ा. घरेलू आर्थिक संकट से ग्रस्त एक महिला ने अपने संघर्ष से खुद जीने की राह निकाली। उसने कम्प्यूटर सीखकर न केवल खुद का व्यवसाय खड़ा किया बल्कि दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरक बनी। बिछुआ विकासखंड के पिपरियाकला गांव की अनीता कनौजिया ने ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर खुद को आत्मनिर्भर बनाया और आर्थिक रूप से सशक्त हुईं।
अनीता बताती है कि शुरुआत में जब मेरी शादी हुई और गांव आई तो मेरे पति सिलाई का काम करते थे और मैं केवल 12 वीं कक्षा तक पढ़ी थी। मैं घरेलू काम करती थी। मेरी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी। मेरे घर की आय बहुत कम थी जिसके कारण घर चलाना मुश्किल था। ग्रामीण आजीविका मिशन बिछुआ से जुडऩे पर बेसिक कंप्यूटर कोर्स किया। कंप्यूटर प्रशिक्षण के बाद मुझे पचास हजार रुपये का ऋण मिला। इस राशि से मैंने एक ऑनलाइन कंप्यूटर वर्क शॉप खोली जिससे मुझे वित्तीय लाभ मिलना शुरू हो गया। फिर ग्राम पिपरिया कला की शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालन का कार्य मिला। इस कार्य से 8 हजार 500 रुपए की अतिरिक्त आमदनी हुई। इसके बलबूते बेटी नर्स और बेटा ऑपरेटर बनी। खुद उच्च शिक्षा एम.ए.बी.एड. तक कर ली।
उसने बताया कि कोरोना काल में 40 हजार मास्क बनाए गए जिससे मुझे 50 हजार रुपए की आय प्राप्त हुई। सैनिटाइजऱ व मास्क विक्रय के लिए मिनी विक्रय सेंटर खोला। जिससे आर्थिक लाभ मिला और आत्म-निर्भर बनी।
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