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Bazar:दाल,खाद्य तेल के दाम में तेजी के बाद शक्कर की मिठास भी महंगी

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 18, 2020 12:06:33 pm

Submitted by:

sandeep chawrey

महंगाई की मार से आमजन का बिगड़ रहा बजट

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छिंदवाड़ा. खाद्य सामग्रियों की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। लोगों के आमजीवन से जुड़ी खाद्य वस्तुओं और जरूरतमंद चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों के किचन का बजट अब बिगड़ चुका है। पिछले तीन चार महीनों से दालों की कीमते सुन लोगों को पसीना छुड़ा दिया फिर खाद्य तेलों के दामों ने आग लगा दी। पिछले दिनों सौ रुपए से उपर पहुंच गई तुअर की दाल कुछ नीचे उतरी थी लेकिन अब फिर इसके दाम उछाल ले रहे है। पिछले एक सप्ताह के दौरान इसमें यह दो रुपए किलो फिर महंगी हो गई है। खाद्य तेलों में दस रुपए लीटर की तेजी अभी भी बनी हुई है। बाजार सूत्र हालांकि अब इससे ज्यादा महंगा होने की संभावना नहीं बता चुके हैं लेकिन 95 से 100 रुपए तक पहुंच गए प्रति लीटर खाद्य तेलों ने घरों में लगने वाले तडक़े का मजा किरकिरा कर दिया है। शादी ब्याह का सीजन शुरू हो गया है। इधर शक्कर भी थोक में दो रुपए किलो महंगी हो गई है। थोक बाजार में शक्कर 37 से 38 रुपए किलो मिल रही है जबकि चिल्लर दुकानदार 40 रुपए किलो में बेच रहे हैं। गंज में थोक किराना विक्रेता विजय साहू ने बताया कि पिछले महीने तक तेलों में ज्यादा तेजी थी कमी आई है। इधर चिल्लर किराना दुकानदारों ने दाम बढऩे के कारण अपने यहां भी भाव तेज कर दिए हैं। तुअर की दाल फिर 92 से 95 रुपए किलो पर पहुंच गई है तो मूंग की धुली हुई दाल 100 रुपए किलो के आसपास पहुंच रही है। चिल्लर किराना व्यवसायी दीपक राय ने बताया कि थोक में दो रुपए बढ़ता है तो चिल्लर में दाम चार से पांच रुपए तक बढ़ जाते हैं। चिल्लर बाजार में शुक्रवार को शक्कर 38 से 40 रुपए किलो,अरहर दाल 92 से 95 रुपए किलो,मूंग दाल 95 से 100 रुपए किलो ,खाद्य तेल 95 से105 रुपए प्रति लीटर बिका है।
सबसे ज्यादा मार निम्न वर्ग पर
महंगाई की सबसे ज्यादा मार निम्न और मध्यमवर्ग पर पड़ रही है। ऐसे लोग जो रोज कमाते हैं और खाद्य पदार्थों को खरीदने दुकान पहुंच रहे हैं उन्हें ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे है। महीने का किराना एक साथ खरीदने वाले तो थोक बाजार से एक साथ सामान खरीद लेते हैं। रोजमर्रा या फिर जरूरत पडऩे पर दुकानों में खरीदने चिल्लर दुकानों पर पहुंचने वालों को ज्यादा तकलीफ हो रही है।
गैस सिलेंडर तीन महीने में 110 रुपया महंगा
महंगाई का असर घरेलू ईंधन पर भी भारी पड़ा है। पिछले तीन महीने में नान सब्सीडी के घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 110.50 रुपए तक महंगे हुए है। शहर के गैंस विक्रेताओं से मिली जानकारी के अनुसार नवंबर में 14 किलो वाले गैस सिलेंडर की कीमत 631 रुपया थी। नवंबर में 77 रुपए बढकऱ 708 रुपए पर पहुंच गई। दिसंबर में 13 रुपए फिर गैस कंपनियों में बढ़ा दिए और दाम 721.50 रुपए प्रति सिलेंडर तक पहुंच गए। जनवरी में 19 रुपया फिर सिलेंडर महंगा होकर उपभोक्ताओं को 740.50 रुपए में मिल रहा है।
प्याज ने दी कुछ राहत
ठंड के सीजन में प्याज ने लोगों को रुला दिया। अब इसके दाम कुछ उतार पर हैं लेकिन 20 रुपए किलो के औसत दाम पर रहने वाली प्याज अभी भी 40 से 50 रुपए किलो मिल रही है हालांकि पिछले महीने लोगों ने 120 रुपए किलो तक की प्याज शहर में खरीदी। इसकी आवक मंडी में धीरे-धीरे बढ़ रही है। प्याज का स्वाद हालांकि जैसा होना चाहिए वैसा लग नहीं रहा क्योंकि इस बार पानी ने फसल को प्रभावित किया है। सूखी प्याज बाजार में है ही नहीं। मंडी के व्यापारियों ने बताया कि कुछ समय तक प्याज 35 से 40 रुपए के आसपास ही रहेगी इससे ज्यादा दाम नीचे उतरने की संभावना नहीं रहेगी।

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